8 नवंबर 2016 हम उसी दिन की बात कर रहे जिसके बारे में सुनकर किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था कि जिन लोगों के पास 500 और 1,000 रुपये के नोट हैं वे अब किसी काम के नहीं है 8 नवंबर 2016 को शाम 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का एलान किया और 500 और 1,000 रुपये के नोट बंद कर दिए गए। इसके बाद 2,000 रुपये के नए नोट बाजार में आए जिसे लेकर अफवाह भी उड़ी कि उसमें टिप लगी है। इस नोटबंदी ने भारत में डिजिटल पेमेंट को नया जन्म दिया। कई एप इस नोटबंदी की वजह से आज टॉप पर है और उनका बहुत फायदा हो रहा है|
नोटबंदी का अगर सबसे ज्यादा फायदा किसी डिजिटल वॉलेट/पेमेंट एप को हुआ है तो वह पेटीएम ही है। पेटीएम से धड़ाधड़ पेमेंट होने लगे, फिलहाल आपको बता दें कि पेटीएम 2010 में पेश हुआ था परन्तु उसे असली पहचान नोटबंदी ने ही दिलाई। पेटीएम ने अपने उपभोक्ताओं को कई तरह के कैशबैक ऑफर भी दिए जिसका लोगों का फायदा भी मिल सका। पेटीएम पहले सिर्फ एक डिजिटल वॉलेट एप था| पेटीएम एक भारतीय कंपनी है और इसके फाउंडर विजय शेखर हैं।
फ्रीचार्ज एप भी 2010 में ही पेश हुआ था पर इस एप को नोटबंदी का कुछ खास फायदा नहीं मिल पाया। फ्रीचार्ज ने अपने डाउनलोडिंग के लिए कई तरह के ऑफर पेश किए जिनमें कैशबैक ऑफर भी शामिल था। फिलहाल फ्रीचार्ज की हालत कुछ खास नहीं है। फ्रीचार्ज भी पेटीएम की तरह एक भारतीय कंपनी है।
नोटबंदी से ठीक एक साल पहले फोनपे को लॉन्च किया गया था। फोनपे फ्लिपकार्ट के स्वामित्व वाली कंपनी है। इस कम्पनी के फाउंडर समीर निगम और राहुल चारी हैं। पेटीएम, फ्रीचार्ज और मोबिक्विक से बाद में बाजार में आने के बाद भी फोनपे ने अपनी अच्छी पकड़ बना ली है। फोनपे आज आपको हर दुकान और रेस्टोरेंट्स पर देखने को मिल ही जायेगा। फोनपे को भी यूपीआई का सपोर्ट मिल रहा है।
भीम एप को नोटबंदी के लगभग एक महीने बाद यानी 30 दिसंबर 2016 को लांच किया गया। भीम एप को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने बनाया है। यह 13 भाषाओं में उपलब्ध है और इसे यूपीआई का सपोर्ट मिला है। भीम एप गूगल प्ले-स्टोर और एपल के एप स्टोर से डाउनलोड कर सकते है।
गूगल पे भारत में 2017 में तेज के नाम से पेश किया गया था| परन्तु आज इसे गूगल पे के नाम से ही जाना जाता है। गूगल पे ने अल्प समय में भारतीय बाजार में अपनी जगह बना ली| लोगों को आकर्षित करने के लिए गूगल पे ने इनवाइट पर उपहार और पेमेंट पर कूपन जैसे ऑफर्स का इस्तेमाल किया। गूगल पे को अभी तक प्ले-स्टोर से 10 करोड़ से भी ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है।