उत्तर कोरिया के साथ गहराए तनाव के बीच अमेरिका ने मंगलवार को लंबी दूरी की उन्नत इंटरसेप्टर मिसाइल सिस्टम का इस्तेमालकर अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) को मार गिराया है. अमेरिका ने उत्तर कोरिया के हमले से खुद को बचाने के लिए इसका परीक्षण किया है. उत्तर कोरिया की ओर से लगातार मिसाइल और परमाणु परीक्षण किए जा रहे हैं, जिसके चलते अमेरिका बेहद चिंतित है.
उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर भी हमले की धमकी दे चुका है. उसने कहा है कि अगर अमेरिका ने उसको उकसाया, तो वह उस पर परमाणु हमला करेगा. अमेरिकी रक्षा विभाग के अधिकारी के मुताबिक मिसाइल डिफेंस एजेंसी ने कैलिफोर्निया के वंडेनबर्ग एयरफोर्स बेस से इस इंटरसेप्टर को लांच किया, जिसने अपने लक्ष्य अमेरिका के मॉक ICBM को प्रशांत महासागर में मार गिराया. अमेरिका का यह इंटरसेप्टर मिसाइल सिस्टम पहले से ही विवादों में रहा है. दुनिया के दूसरे देश इसकी कड़ी आलोचना करते आ रहे हैं.
अमेरिकी डिफेंस एजेंसी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इंटरसेप्टर सिस्टम ने अपने लक्ष्य को फौरन भेद दिया. एजेंसी के डायरेक्टर वाइस एडमिरल जिम सिरिंग कहना है कि इंटरसेप्टर ने ICBM को बेहद सटीकता के साथ मार गिराया. यह एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि अमेरिका की सुरक्षा के लिए यह इंटरसेप्टर बेहद अहम है.
सिरिंग ने कहा कि इसका सफल परीक्षण यह दर्शाता है कि हम किसी भी खतरे से अपने देश की सुरक्षा करने में सक्षम हैं.अमेरिका ने साल 2004 में 40 अरब डॉलर के इस इंटरसेप्टर सिस्टम को इस्तेमाल के लिए रेडी बताया था. अभी तक अमेरिका के इस सिस्टम के नौ परीक्षण में से सिर्फ चार ही सफल रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका ने उत्तर कोरिया की ओर से परमाणु हमले का खतरा बढ़ने के बाद अपने इस सिस्टम को बेहतर बनाने में जुटा हुआ है.