सीट बंटवारे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सम्मानजनक समझौते वाले बयान के बाद एनडीए के बाकी दलों में बेचैनी है. नीतीश ने कहा था कि बीजेपी के साथ सम्मानजनक सीटों का बंटवारा हो चुका है. अब उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी ने दावा किया है कि उनकी ताकत 2014 की तुलना में बढ़ी है, इसलिए उन्हें तीन से ज्यादा सीटें चाहिए. जबकि रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी को बीजेपी से उम्मीद है कि सब कुछ सम्मानजनक हो जाएगा.
आरएलएसपी के प्रधान महासचिव सत्यानंद दानी ने सीट बंटवारे के मुद्दे पर कहा कि हमारी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा को अधिकृत कर चुकी है. सीट शेयरिंग पर वो बात कर रहे हैं. हमारी पार्टी 3 मार्च 2013 को गांधी मैदान में बनी थी, तो बीजेपी से गठबंधन हुआ था. उस समय हमलोगों को तीन सीटें मिली थीं. तीनों सीटें हमलोग ने जीते थे. अब हमारी पार्टी बड़ी हो गई है. बिहार और दूसरे प्रदेशों में पार्टी का जनाधार लगातार बढ़ रहा है. उस हिसाब से सीट को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष हमारी बात रखेंगे. हमें भरोसा है कि उनकी बातों पर अमल होगा. विश्वास है कि सीट शेयरिंग में सम्मानजनक समझौता होगा.
दानी ने कहा कि कुशवाहा दिल्ली गए हैं, वो निश्चित रूप से मंथन करके एनडीए की बैठक में बात रखेंगे. बीजेपी की तरफ से आश्वासन है कि सम्मानजनक सीट मिलेंगी. मुझे पूरा भरोसा है, अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष पर और बीजेपी पर कि हमें सम्मानजनक सीट मिलेंगी.
उधर सीट शेयरिंग के मुद्दे पर एलजेपी प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा कि 2014 में हमलोग बिहार में सात सीट पर लड़े थे. छः सीटों पर हमलोगों को कामयाबी हासिल हुई थी. नालंदा में हमारे दल के सत्यानंद शर्मा को 2000-4000 वोट से पराजय का सामना करना पड़ा था. जितनी सीट पर हमलोग लड़े थे, आशा है कि उतनी सीट पर फिर से लड़ेंगे. जल्द ही चारों दल के शीर्ष नेतृत्व एक साथ बैठेंगे. बातचीत सार्थक परिणाम की ओर बढ़ चुका है. नेतृत्व की तरफ से लगता है कि सहमति बन चुकी है. पूरी मुस्तैदी और एकता से एनडीए बिहार में चुनाव लड़ेगी और चालीसों सीट पर जीतेगी. सीट शेयरिंग पर जल्द चिराग पासवान, रामविलास पासवान, पसुपति कुमार पारस और एनडीए के बड़े घटक दल के नेता साथ बैठेंगे. हमें विश्वास है शीघ्र ही सम्मानजनक समझौता हो जाएगा