आगरा में कासिम कुरैशी से विक्की यादव बना युवक फरार है। पुलिस ने शनिवार को आरोपित के माता-पिता, बहन और दो भाइयों को जेल भेज दिया। पुलिस ने दुराचार, पोक्सो और धर्मांतरण अधिनियम के तहत आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है। घटना से लोगों में आक्रोश है। लोगों की मांग है कि नाबालिग छात्रा को गुमराह करके धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

15 जून को आजाद नगर, खंदारी इलाके से एक छात्रा लापता हुई थी। पंद्रह दिन बाद छात्रा वापस लौटी थी। पिता दहशत में था। उसे डराया धमकाया गया था। यह बोला गया था कि किसी से कुछ नहीं कहेगा। नसीराबाद, मऊ रोड निवासी कासिम कुरैशी ने विक्की यादव बनाकर छात्रा से दोस्ती की थी। आरोपित की बहन भी अपना नाम बदलकर उससे मिला करती थी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपित कासिम कुरैशी, उसके पिता रईसउद्दीन, मां रुखसार, बहन सोनम कुरैशी, भाई शकील व कामिल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इंस्पेक्टर हरीपर्वत अरविंद कुमार ने बताया कि पांच आरोपित रईसउद्दीन, रुखसार, सोनम कुरैशी, शकील व कामिल को पकड़ा गया था। सभी को जेल भेज दिया गया। मुख्य आरोपित कासिम कुरैशी और धर्म परिवर्तन कराने वाला मौलवी फरार हैं। कासिम की गिरफ्तारी के बाद मौलवी के बारे में जानकारी मिलेगी। पुलिस उसे भी जेल भेजेगी। छात्रा के बयान दर्ज किए गए थे। उसका मेडिकल कराया गया है। कोर्ट में उसके बयान दर्ज कराए जाएंगे। छात्रा गर्भवती है। दुराचार की पुष्टि के लिए उसकी मेडिकल रिपोर्ट ठोस साक्ष्य है।
शहर में धर्मांतरण का तीसरा मुकदमा
पुलिस रिकार्ड के अनुसार धर्मांतरण कानून के तहत ताजनगरी में यह तीसरा मुकदमा दर्ज किया गया है। इससे पहले न्यू आगरा और ताजगंज थाने में भी इस धारा के तहत आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
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