नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर धीरे-धीरे मंद पड़ रही है लेकिन मौत की संख्या में मामुली गिरावट ही दिख रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 1 लाख 65 हजार 553 नए कोरोना केस आए और 3460 संक्रमितों की जान चली गई है. वहीं 2 लाख 76 हजार 309 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं. यानी कि बीते दिन 1,14,216 एक्टिव केस कम हो गए. इससे पहले शुक्रवार को 173,790 लाख और गुरुवार को 186,364 लाख नए केस दर्ज किए गए थे.
आज देश में लगातार 17वें दिन कोरोना वायरस के नए मामलों से ज्यादा रिकवरी हुई हैं. पिछले 46 दिन में आज कोरोना वायरस के सबसे कम नए मामले आए हैं. 29 मई तक देशभर में 21 करोड़ 20 लाख 66 हजार 614 कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं. बीते दिन 30 लाख 35 हजार 749 टीके लगाए गए. वहीं अबतक 34 करोड़ 31 लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं. बीते दिन करीब 20 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 8 फीसदी से ज्यादा है.
देश में आज कोरोना की ताजा स्थिति-
- कुल कोरोना केस- दो करोड़ 78 लाख 94 हजार 800
- कुल डिस्चार्ज- दो करोड़ 54 लाख 54 हजार 320
- कुल एक्टिव केस- 21 लाख 14 हजार 508
- कुल मौत- 3 लाख 25 हजार 972
देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.16 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट 90 फीसदी से ज्यादा है. एक्टिव केस घटकर 8 फीसदी से कम हो गए हैं. कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है. कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है. जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है.
कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए मोदी सरकार का ऐलान
मोदी सरकार ने कोरोना बीमारी की वजह से अपने मां-बाप को खो चुके बच्चों के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. सरकार की ओर से अनाथ बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी. बच्चों को 18 साल का होने पर मासिक भत्ता दिया जाएगा और 23 साल की उम्र में पीएम केयर्स फंड से 10 लाख रुपये दिए जाएंगे. उनकी मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी.
पीएमओ ने कहा कि कोरोना की वजह से अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को 18 साल की अवधि तक पांच लाख का मुफ्त हेल्थ बीमा भी मिलेगा. साथ ही ऐसे बच्चों की उच्छ शिक्षा के लिए एजुकेशन लोन दिलाने में मदद की जाएगी और इसका ब्याज पीएम केयर्स फंड से वहन किया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बच्चे भारत के भविष्य हैं और हम उनकी सुरक्षा और सहायता के लिए सबकुछ करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि समाज के रूप में यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने बच्चों की देखभाल करें और एक उज्ज्वल भविष्य की आशा करें.