भय, लोभ अथवा उपेक्षा के चलते अतीत में दूसरा धर्म अपनाने वाले लोग अब पुन:हिंदू धर्म में घर वापसी कर सकेगे। कुंभ में ऐसे लोग ‘घर वापसी’ करेंगे। इस दिशा में प्रयासरत जूना अखाड़ा के जगद्गुरु पंचानन गिरि का कहना है कि प्रयाग कुंभ तक हिंदू धर्म में लौटने वालों की संख्या और बढ़ेगी। समझा जाता है कि धर्म परिवर्तन करने के बाद बहुत लोगों को पछतावा भी है। वह अपने मूल धर्म में वापस आना चाहते हैं। ऐसे लोगों को पुनः हिंदू धर्म में शामिल किया जाएगा।
धर्मांतरण करने वाले लोगों की हिंदू धर्म में वापसी के लिए जूना अखाड़ा देशभर में संपर्क अभियान चला रहा है। इसकी कमान अनुसूचित जाति से आने वाले महामंडलेश्वर कन्हैया प्रभुनंद गिरि को सौंपी गई है। वह ईसाई, बौद्ध व मुस्लिम धर्म अपनाने वाले लोगों से मिलकर उन्हें धार्मिक, सामाजिक संरक्षण देने का दिलासा देकर पुन: हिंदू धर्म में आने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। कन्हैया के संपर्क में आकर धर्मांतरण करने वाले 340 लोग हिंदू धर्म में लौटने को तैयार हैं। इसमें 185 बौद्ध, 125 ईसाई व बाकी मुस्लिम हैं। सबसे अधिक 140 लोग पूर्वांचल के हैं। मध्य प्रदेश के 40, गुजरात के 34, पंजाब के 46, महाराष्ट्र के 80 के लोग भी ऐसा कर सकते हैं।