कोरोना वायरस ने दुनियाभर में बड़ी तबाही मचाई है. रॉयटर्स टैली के अनुसार, दुनिया में कोरोना से अबतक 40 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं करीब 18 करोड़ लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं. अभी भी ये वायरस तेजी से फैल रहा है. दुनिया में हर दिन करीब चार लाख नए मामले और 10 हजार मौत हो रही हैं. हालांकि अमेरिका और ब्राजील में अब नए मामलों और मौत की संख्या में कमी आई है.
रॉयटर्स के अनुसार, कोरोना से मौत का आंकड़ा 20 लाख तक पहुंचने में एक साल का समय लगा, जबकि अगले 20 लाख मौत सिर्फ 166 दिनों में दर्ज की गई. यही नहीं, दुनिया की 50 फीसदी मौत सिर्फ पांच देशों में हुई है- संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील, भारत, रूस और मैक्सिको. जबकि पेरू, हंगरी, बोस्निया, चेकिया और जिब्राल्टर में मृत्यु दर सबसे ज्यादा है.
भारत और ब्राजील ऐसे देश हैं जहां सात दिनों के औसत पर हर दिन सबसे ज्यादा मौत दर्ज हो रही हैं. रॉयटर्स के अनुसार, दुनियाभर में होने वाली हर तीन मौतों में से एक भारत में होती है. कई देशों को अभी भी दाह संस्कार और दफन के लिए जगह की कमी देखी दा रही है. कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पिछले महीने आधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या को विश्व स्तर पर कम करके आंका है.
वैक्सीनेशन की स्थिति
कोरोना वायरस से निपटने के लिए टीकाकरण ही सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है. अबतक दुनियाभर के कई देश वैक्सीन का निर्माण कर चुके हैं. लेकिन कुछ देशों को अभी वैक्सीन की कमी से जूझना पड़ रहा है. रिपोर्ट के अनुसार 197 देशों में अब तक 248 करोड़ 37 लाख 75 हजार टीके दिए जा चुके हैं. इसमें पहली और दूसरी दोनों वैक्सीन की डोज शामिल है.