गौरतलब है कि दिल्ली के मायापुरी स्थित 55 साल पुराने इस मंदिर से नगर निगम ने भगवान की मूर्तियां पहले ही हटा ली थीं। इस मंदिर को गिराने का काम इतना आसान नहीं था। इसके लिए कानूनी लड़ाई भी लड़ी गई।
मायापुरी चौक पर सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण करने वाले 55 साल पुराने काली माता मंदिर पर शनिवार सुबह पीडब्ल्यूडी ने बुलडोजर चला दिया। अब यहां रास्ते का निर्माण होगा। इस वक्त मंदिर का मलबा हटाने का काम चल रहा है
गौरतलब है कि 55 साल पुराने इस से नगर निगम ने भगवान की मूर्तियां पहले ही हटा ली थीं। इस मंदिर को गिराने का काम इतना आसान नहीं था। इसके लिए कानूनी लड़ाई भी लड़ी गई।
जब मंदिर को गिराने का रास्ता साफ हो गया तो पीडब्ल्यूडी ने कार्रवाई कर मंदिर को गिरा दिया है। पूरी कार्रवाई के दौरान इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात रहे और पूरी प्रक्रिया शांति से निपट गई।
अदालत ने कही थीं ये बातें
अदालत में जब इस मामले में सुनवाई हुई थी तब कोर्ट ने कहा कि स्केच और क्षेत्र की तस्वीरों से स्पष्ट होता है कि मंदिर सरकारी भूमि पर था। हकीकत में, पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ के साथ-साथ सड़क पर भी मंदिर द्वारा अतिक्रमण किया गया है जो कि अनुमति योग्य नहीं है। इससे यातायात प्रभावित होता है।
कोर्ट ने कहा कि धार्मिक समिति ने सिफारिश की थी कि अनाधिकृत धार्मिक ढांचा यातायात में बाधा बनता है। इसलिए इसे हटा दिया जाना चाहिए। इससे जुड़े सभी तथ्यों पर विचार करने के बाद सभी बातों को ध्यान में रखते हुए धार्मिक समिति ने निर्णय लिया है। न्यायमूर्ति ने कहा यह कोर्ट वर्तमान याचिका में मंदिर के ढांचे को विध्वंस में हस्तक्षेप करने के लिए इच्छुक नहीं है।
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