ट्रंप की चीन पर 100% टैरिफ घोषणा से अमेरिकी शेयर बाजार धड़ाम

राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों में भारी बिकवाली देखी गई। इस कदम से विश्व की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच नए सिरे से व्यापार युद्ध छिड़ने की आशंकाएं फिर से पैदा हो गई हैं।

शेयर बाजार का हाल

शुक्रवार को बंद होने पर नैस्डैक में 3.56 प्रतिशत की गिरावट आई, डाउ जोन्स में 878.82 अंक की गिरावट आई और एसएंडपी 500 में 2.71 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। डाउ जोंस 878.82 अंक या 1.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 45,479.60 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 182.60 अंक या 2.71 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6,552.51 पर और नैस्डैक 820.20 अंक या 3.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,204.43 पर बंद हुआ।

अमेरिकी शेयर बाजार पर दिखा असर

अमेरिकी शेयर बाजार से 1.5 ट्रिलियन डॉलर से अधिक का बाजार मूल्य समाप्त हो गया। वहीं क्रिप्टोकरेंसी बाजार में 19 अरब डॉलर का परिसमापन हुआ, जो अब तक का सबसे बड़ा एकल-दिवसीय आंकड़ा है। यह बिकवाली वाशिंगटन और बीजिंग के बीच बढ़ते तनाव और संभावित वैश्विक आर्थिक नतीजों को लेकर निवेशकों की चिंता को दर्शाती है।

ट्रंप की चीन पर नई टैरिफ घोषणा

राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि नए टैरिफ 1 नवंबर, 2025 से प्रभावी होंगे। ट्रंप ने कहा कि इस तथ्य के आधार पर कि चीन ने यह अभूतपूर्व रुख अपनाया है, और केवल अमेरिका की ओर से बोल रहा हूं, अन्य देशों की ओर से नहीं, जिन्हें इसी तरह की धमकी दी गई थी, 1 नवंबर, 2025 से (या इससे पहले, अगर चीन की ओर से और कोई कदम उठाया गया) अमेरिका चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा, जो वर्तमान में उनके द्वारा चुकाए जा रहे किसी भी टैरिफ के अतिरिक्त होगा। इसके अलावा, 1 नवंबर से हम सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर निर्यात नियंत्रण लगाएंगे।

ट्रंप ने चीन पर लगाए गंभीर आरोप

यह घोषणा ट्रंप की ओर से चीन पर ‘दुनिया को एक अत्यंत शत्रुतापूर्ण पत्र’ भेजकर व्यापार पर असाधारण रूप से आक्रामक रुख अपनाने का आरोप लगाने के बाद की गई। इससे पहले शुक्रवार को ट्रम्प ने कहा था कि चीन द्वारा रेयर अर्थ तत्वों पर व्यापक नए निर्यात नियंत्रण लगाए जाने के बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने का कोई कारण नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अमेरिका कड़े उपायों के साथ जवाब देने की तैयारी कर रहा है, जिसमें चीनी वस्तुओं पर भारी टैरिफ वृद्धि भी शामिल है।

रेयर अर्थ तत्व क्यों है जरूरी?

चीन, जो स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक वाहन और लड़ाकू जेट जैसे उत्पादों में उपयोग किए जाने वाले रेयर अर्थ के वैश्विक प्रसंस्करण में अग्रणी है, ने प्रतिबंधित खनिजों की अपनी सूची का विस्तार किया है। इसमें पांच नए तत्व, होल्मियम, एर्बियम, थुलियम, यूरोपियम और यटरबियम को शामिल किया गया, जिससे कुल 17 दुर्लभ मृदा प्रकारों में से 12 हो गए। अब निर्यात लाइसेंस न केवल तत्वों के लिए बल्कि खनन, प्रगलन और चुंबक उत्पादन से संबंधित प्रौद्योगिकियों के लिए भी आवश्यक होगा।

ये घटना अमेरिका- चीन व्यापार तनाव में तीव्र वृद्धि को दर्शाते हैं और इससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं और प्रौद्योगिकी उद्योगों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं।

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