जापान की राजधानी टोक्यो में खेले जा रहे पैरालंपिक खेलों में शनिवार का दिन भारत के लिए ढेर सारी खुशियां लेकर आया। यहां पैरा खिलाड़ी मनीष नरवाल ने शूटिंग के P4 मिक्सड 50 मीटर पिस्टल SH1 इवेंट में गोल्ड मेडल पर निशाना साधा, वहीं इसी इवेंट में भारत के ही सिंहराज अडाना ने सिल्वर मेडल पर कब्जा किया। इस गोल्ड के साथ ही मनीष ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भारत को तीसरा गोल्ड मेडल दिला दिया है। उन्नीस साल के नरवाल ने पैरालम्पिक खेलों का रिकॉर्ड बनाते हुए 218.2 का स्कोर किया। वहीं मंगलवार को ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले अडाना ने 216.7 प्वॉइंट्स हासिल कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
रूस ओलंपिक समिति के सर्जेइ मालिशेव ने 196.8 प्वॉइंट्स के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता। इससे पहले क्वालीफाइंग दौर में अडाना 536 प्वॉइंट्स लेकर चौथे और नरवाल 533 प्वॉइंट्स लेकर सातवें स्थान पर थे। भारत के आकाश 27वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह नहीं बना सके थे। इस इवेंट में निशानेबाज एक ही हाथ से पिस्टल पकड़ते हैं, क्योंकि उनके एक हाथ या पैर में विकार होता है जो रीढ़ की हड्डी में चोट या अंग कटने की वजह से होता है। कुछ निशानेबाज खड़े होकर तो कुछ बैठकर निशाना लगाते हैं।
मनीष से पहले निशानेबाजी में ही 19 साल की अवनि लेखरा ने 10 मीटर एयर राइफल स्टैडिंग एसएच1 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था। यह भारत का निशानेबाजी में पहला गोल्ड मेडल था। अवनि ने इसके अलावा 50 मीटर राइफल थ्री पॉजिशन एसएच1 इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था। अवनि इस तरह दो पैरालंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थीं। उनके अलावा भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल ने इन खेलों में पुरुषों की एफ64 स्पर्धा में कई बार वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ते हुए दूसरा गोल्ड मेडल दिलाकर शानदार डेब्यू किया था। उन्होंने 62.88 मीटर के अपने ही पिछले वर्ल्ड रिकॉर्ड को दिन में पांच बार बेहतर किया और गोल्ड पर निशाना साधा था।