प्रयागराज के शाहगंज थाने से चंद कदम दूर रात करीब साढ़े 10 बजे काल्विन अस्पताल के पास अतीक अहदम और उसके भाई अशरफ की जिन तीन लोगों ने गोलीमार कर हत्या कर दी उसमें से एक बांदा निवासी लवलेश भी है।
प्रयागराज में माफिया अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीन हत्यारों में एक बांदा का लवलेश तिवारी भी शामिल है। लवलेश के भाई वेद से जागरण संवाददाता ने बात की तो वह डरा और सहमा हुआ नजर आया। उसकी आंखें झुकी थीं और आवाज में खौफ था। बता दें कि सीओ सिटी गवेंद्र पाल सिंह लवलेश तिवारी के घर पहुंचे हैं। उन्होंने बताया लवलेश पर चार मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें एक चिल्ला, दो बांदा में जबकि चौथे की जानकारी ली जा रही है।
छोटे भाई ने बताया लवलेश कभी-कभी आता था घर
लवलेश के छोटे भाई वेद तिवारी से हुई बातचीत में उसने बताया कि लवलेश नशे का आदी था। तीन-चार साल पहले एक लड़की को थप्पड़ मारने में जेल गया था। करीब एक सप्ताह पहले वह घर से गया था। लवलेश घर पर कभी-कभी ही आता था, उसकी आदतें खराब थीं।
टीवी पर अतीक की हत्या में बेटे को देख बदहवास हुए माता-पिता
लवलेश के पिता एक स्कूल में बस चलाते हैं। इन लोगों को घटना की जानकारी टीवी में उसका चेहरा देखने के बाद हुई। उसके बाद से लवलेश के मां और पिता डिप्रेशन में चले गए। लवलेश शहर के कटरा में किराए के मकान में रहता है।
लवलेश ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से की है पढ़ाई
लवलेश के पिता का नाम यज्ञ तिवारी और मां का नाम मां आशा तिवारी है। लवलेश ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीए में प्रवेश लिया था। फर्स्ट ईयर फेल होने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। उसके बाद उसकी संगत गलत हो गई। भाई वेद तिवारी ने बताया कि उससे मिलने घर पर कोई नहीं आता था, वह खुद घर पर कम आता था। मम्मी, पापा और वह खुद भी उससे कम संबंध रखते थे
अतीक-अशरफ की हत्या के बाद पूरे प्रदेश में गूंजता रहा पुलिस का सायरन
दोहरे हत्याकांड के ठीक बाद सिर्फ प्रयागराज ही नहीं पूरे प्रदेश में पुलिस ने जिलों में गश्त की। प्रयागराज के अति संवेदनशील हुए चकिया से लेकर करेली, बेनीगंज, अटाला और चौक, गढ़ी सरांय तक। लगभग सभी मुहल्लों में गलियों के नुक्कड़ और बंद दुकानों के बाहर लोगों की भीड़ जुटी रही। अतीक और अशरफ की हत्या मामला इतना बड़ा था और प्रदेश सरकार के सख्त रुख को देखते हुए लोग दबी जुबान से ही चर्चा करते रहे।
प्रयागराज छावनी में तब्दील, चप्पे-चप्पे पर पुलिस
उधर पुलिस की गाड़ियां हूटर बजाते हुए आधी रात तक दौड़ती रही। पुराने शहर के मुहल्ले चकिया, करेली, करामत की चौकी, रसूलपुर, बेनीगंज, खुल्दाबाद, अटाला, दायराशाह अजमल, गढ़ी सरांय, कोलहन टोला आदि मुस्लिम बाहुल्य इलाके हैं। अतीक व अशरफ की हत्या ने इन सभी मुहल्लों में सनसनी फैल गई। वहीं पुलिस की गाड़ियाें ने क्षेत्र भ्रमण कर हूटर बजाते हुए सभी को चेतावनी भी दी कि कोई गड़गड़ी करने पर सख्ती से निपटा जाएगा।