लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में पीएम मोदी को काला झंडा दिखाने वाली कांग्रेस नेत्री पर हुए हमले को लेकर यूपी पुलिस ने हैरान करने वाला खुलासा किया है. पुलिस ने बताया है कि कांग्रेस नेत्री रीता यादव ने ही खुद पर गोली चलवाई थी. रीता यादव ने यह साजिश पार्टी में अपना सियासी कद ऊंचा करने के लिए रची थी. दरअसल, सुल्तानपुर में 16 दिसंबर को पीएम मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का लोकार्पण करने के लिए गए थे. इस दौरान रीता यादव, पीएम मोदी को काला झंडा दिखाकर और योगी-मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाकर सुर्ख़ियों में आई थीं.
इसके बाद 3 जनवरी को उन्होंने पुलिस में शिकायत दी थी कि उन पर जानलेवा हमला हुआ है. पुलिस ने केस दर्ज कर तफ्तीश शुरू की थी. जिसके बाद अब पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. बता दें कि रीता यादव ने पुलिस में शिकायत दी थी कि उनपर लखनऊ वाराणसी बाईपास ओवर ब्रिज पर अज्ञात हमलावरों ने जानलेवा हमला किया. इस दौरान उनके पैर में गोली भी लगी थी. उन्हें जख्मी हालत में अस्पताल में एडमिट कराया गया था. वहीं, कांग्रेस ने इस मुद्दे को हाथों-हाथ लेते हुए राज्य की योगी सरकार को जमकर घेरा था. हालांकि, जांच में पुलिस को मामला संदेहास्पद लगा.
पुलिस के अनुसार, रीता यादव ने अपने परिचित पूर्व ग्राम प्रधान माधव यादव के साथ मिलकर यह साजिश रची. ताकि यूपी विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस पार्टी से टिकट मिल सके. उन्होंने अपने ड्राइवर मो. मुस्तकीम, सूरज यादव और माधव यादव और एक अज्ञात शख्स के साथ मिलकर खुद पर गोली चलवाई. पुलिस ने बताया की हमला करने वाले लोग रीता यादव के साथ गाड़ी में उनके साथ ही आए थे और घटना को अंजाम देकर भाग निकले. पुलिस ने साजिश रचने के मामले में रीता यादव सहित तीन लोगो को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से हथियार भी मिले हैं. बता दें कि रीता यादव पहले समाजवादी पार्टी (सपा) में थीं. मगर सम्मान नहीं मिलने की बात कहकर वे अमेठी में प्रियंका गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हो गईं थी.