सपा-बसपा ने मंगलवार को पूर्वांचल में जौनपुर से संयुक्त सभा का आगाज किया। मछलीशहर और जौनपुर सदर के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित सभा में मायावती ने भाजपा और कांग्रेस दोनों पर बराबर हमला किया। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मैदान में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से पहले जनसभा को संबोधित करते हुए बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के शासन में न गरीबी दूर हुई न बरोजगारी दूर हुई।
न किसानों का भला हुआ और न ही मेहनतकश लोगों को कुछ मिला। कांग्रेस में जब लोगों को रोजी रोटी का साधन नहीं मिला तो बड़ी संख्या में लोगों को यूपी छोड़कर देश के महानगरों में जाना पड़ा। हमारी सरकार आने पर कांग्रेस की तरह हर महीने छह हजार देने की जगह लोगों को रोजगार देने का इंतजाम किया जाएगा। भाजपा सरकार में किसान लगातार परेशान हैं। बीजेपी द्वारा छोड़े गए जानवरों ने तो किसानों को अौर भी परेशान कर रखा है।
घोषणा पत्र न जारी करने का कारण बताया
माय़ावती बसपा का घोषणा पत्र जारी नहीं करने का कारण भी बताया। मायावती ने पार्टियों के घोषणा पत्रों के बहकावे में नहीं आने का आह्वान किया। कहा कि घोषणा पत्रों को पार्टियां चुनाव बाद दरकिनार कर देती हैं। यही कारण है कि हमारी पार्टी किसी चुनाव में कोई घोषणा पत्र जारी नहीं करती है।
बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में जो अच्छे दिन दिखाने के असंख्य चुनावी वायदे किये थे वो कांग्रेस की सरकारों की तरह खोखले ही साबित हुए हैं। 15 लाख देने का वायदा भी मजाक बनकर ही रह गया है। जब भी आपके जिले में भाजपा के नेता आते हैं तो उनसे बोलो की वोट की बात बाद में करो। पहले पिछले चुनाव के वायदोंं की बात करो। भाजपा की तरह ही कांग्रेस भी वायदे कर रही है।
नमो नमो जाने वाले हैं, जय भीम आने वाले हैं
मायावती ने कहा कि नमो नमो की छुट्टी होने वाली है, जय़ भीम आने वाले हैं। बाबा साहब अांबेडकर ने देश के दलितों, पिछड़ों को जो कानूनी अधिकार दिये वो लाभ इन वर्गों को नहीं मिल सका। जब बाबा साहब पहली सरकार में कानून मंत्री बने और उन्हें एहसास हुआ कि मेरे लोगों को ठीक से लाभ नहीं मिल रहा तो अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
इस्तीफे के बाद पूरे देश के लोगों को कहा था कि मैंने संविधान में तो कानूनी अधिकार दिला दिये है लेकिन इसका लाभ तब तक नहीं मिल पाएगा, जब तक केंद्र अौर राज्य की सरकारों की सत्ता की चाबी आपके हाथ नहीं आ जाती है।
मायावती ने कहा कि बाबा साहेब ने भी बोला था कि आपको अपनी पार्टी बनानी होगी। बाबा साहेब की सोच के अनुसार ही बसपा बनाई गई। उसके बाद समाजवादी पार्टी और अन्य पार्टियों का भी गठन हुआ। यह इसलिए करना पड़ा क्योंकि कांग्रेस अपने वायदों के अनुसार काम नहीं कर सकी। कांग्रेस के कारण ही आरएसएसवादी, पूंजीवादी भाजपा केंद्र आ गई। अब वह भी बाहर जाएगी।
भाजपा ने देश के कमजोर तबकों को अच्छे दिन दिखाने के जो वादे किये थे। वो पूरे नहीं हुए, बल्कि धनवान लोगों को और धनवान बनाने और उनकी चौकीदारी में ही लगा दिया। पूंजीवादी सोच के कारण ही दलितों, पिछड़ों अौर मुसलिमों अल्पसंख्यकों का कोई विकास नहीं हो सका है।
आरक्षण का कोटा अधूरा पड़ा है, सरकारी काम निजी हाथों में दिया जा रहा
मायावती ने कहा कि दलितों का आरक्षण में कोटा अधूरा पड़ा है। प्रमोशन में आरक्षण भी अभी वैसे ही पड़ा है। निजी क्षेत्रों में आरक्षण की व्यवस्था किये बगैर ही सरकारी कामों को निजी हाथों में दिया जा रहा है। इससे दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों अौर मुसलिम वर्गों का लगातार शोषण हो रहा है।
इससे इनकी हालत दयनीय बनी हुई है। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में भी इसके बारे में बताया गया है। इन पर हो रही जुल्म ज्यादती भी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है।
अपरकास्ट के गरीबों की हालत भी अच्छी नहीं है
मायावती ने कहा कि अपर कास्ट के गरीब लोगों की हालत भी अच्छी नहीं है। नोटबंदी अौर जीएसटी को इस प्रकार से बिना तैयारी लागू कर दिया, जिससे देश में गरीबी अौर बेरोजगारी बढ़ गई है। देश की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है। देश में भ्रष्टाचार भी तेजी से बढ़ा है। रक्षा सौदे भी अछूते नहीं रहे है। हमारी सीमा भी सुरक्षित नहीं है।
लगातार आतंकी हमलों में हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। बीजेपी के लोग इसे भी भुनाने में लगे हैं। आप लोगों को भाजपा-कांग्रेस को किसी भी कीमत में केंद्र की सरकार में नहीं आने देना है।
जौनपुर में मंगलवार को सपा-बसपा की संयुक्त सभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महागठबंधन को महामिलावट कहने पर तंज कसा। उन्होंने बिना किसी का नाम लिये कहा कि दो दलों का मिलना मिलावट तो 36 दलों का मिलना क्या है।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में मछलीशहर अौर जौनपुर सदर के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित सभा में अखिलेश ने कहा कि यह महागठबंधन विचारों का मिलन है। जो कभी बाबा साहेब अौर लोहिया जी मिलकर करना चाहते थे। फिर कांशीराम अौर नेताजी ने किया। बीजेपी के लोग कह रहे हैं कि नया भारत बनेगा। हम कह रहे हैं कि देश को नया प्रधानमंत्री मिलेगा।
अखिलेश ने कहा कि पहले से पांचवें चरण तक का चुनाव पता है तो छठवें अौर सातवें का परिणाम भी वही होगा। महागठबंधन महापरिवर्तन लाने वाला है। देश की राजनीति में महापरिवर्तन अब महागठबंधन ही लाएगा। आज जो परिस्थितियां हैं, जो बदलाव दिख रहा है। उसमें महागठबंधन सबसे ज्यादा सीटें जीतने जा रहा है।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने झूठ अौर नफरत की नींव पर सरकार बनाई है। इस बार महागठबंधन की लहर में पता नहीं चलेगा कि कहां चले गए। जब से इन्हें परिणाम का एहसास हुआ है इनकी भाषा बदल गई है। यह न जाने कौन से मुद्दे याद दिला रहे हैं। कहा था कि अच्छे दिन आएंगे, करोड़ों नौजवानों को नौकरी देंगे। सब भूल गए। इनको वह सब अब याद दिलाने की जरूरत है।
आज किसान परेशान हैं। किसान की आय बढ़ाने का वादा किया लेकिन किसान की आय नहीं बढ़ी। महंगाई बढ़ गई। किसान जो यूरिया खरीद कर लाते थे, उनमें पांच किलो चोरी हो गई। जो गैस महिलाअों को बांटा उसे भी महंगा कर दिया।
धोखा देने के लिए चौकीदार बनकर आ रहे हैं
अखिलेश ने कहा कि चाय वाला बनकर आए थे, चाय का नशा उतर गया तो अब धोखा देने के लिए चौकीदार बनकर आ रहे हैं। बिना किसी का नाम लिये अखिलेश ने कहा कि दिल्ली में चौकीदार तो उत्तर प्रदेश में ठोंकीदार हैं। उन्होंने ठोंको नीति बनाई। कभी पुलिस ने जनता को ठोंका कभी जनता ने पुलिस को ठोंक दिया।
अब चुनाव में हार दिखने लगी तो भाषा बदल गई। कहते हैं कि संविधान नहीं होता तो हम गाय भैंस चरा रहे होते। उनकी सोच कैसी है। यह लोग मेरे बारे में एेसे सोचते हैं तो आपके बारे में क्या सोचते होंगे। प्रजापति, बिंद भाइयों के बारे में क्या सोचते होंगे।
अखिलेश ने कहा कि अगर संविधान न होता तो आप क्या कर रहे होते? उपचुनाव से पहले हमें सांप अौर छछूंदर बोल रहे थे। तब लोगों ने फूलपुर अौर गोरखपुर में सबक सीखाने का काम किया।
यूपी में हो रहे कामों को रोक दिया है
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने यूपी में कामों को रोक दिया है। हमारे दलितों के भविष्य के लिए कुछ नहीं किया। 102 अौर 102 नंबर एम्बुलेस चल रही थी, उसे बर्बाद कर दिया। सौ नंबर बर्बाद कर दी। मेडिकल कालेज यहीं बन रहा था, उसे रोक दिया। गरीब महिलाओ का पेंशन दिया जा रहा था, उसे रोक दिया।
घबराकर आतंकवाद की बात कर रहे हैं
अखिलेश ने कहा कि पूरे देश की निगाहें यूपी की तरफ हैं। पांचवें चरण तक महागठबंधन को बहुत वोट मिले हैं। इसलिए भाजपा वाले घबराकर आतंकवाद की बात कर रहे हैं। बनारस से एक देश का एक फौजी लड़ रहा था, उससे घबरा गए। जब फौजी से घबरा गए तो आतंकवाद से कैसे लड़ेंगे।