हैदराबाद निकाय चुनाव के लिए एक दिसंबर को मतदान होना है और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और एआईएमआईएम के बीच वार-पलटवार जारी है. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि यह चुनाव हैदराबाद निकाय का न होकर प्रधानमंत्री का हो गया है.
ओवैसी ने कहा कि यह हैदराबाद चुनाव जैसा नहीं है, ऐसा लगता है जैसे हम नरेंद्र मोदी की जगह पीएम का चुनाव कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं करवन में एक रैली कर रहा था और सभी से इसके बारे में पूछा तो एक बच्चे ने कहा कि इसे डोनाल्ड ट्रंप का चुनाव कहना चाहिए. वह सही बोल रहा था, केवल ट्रंप को ही बुलाना बचा रह गया है.’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हैदाराबाद दौरे के बाद ओवैसी ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि जो शख्स हैदराबाद का नाम बदलना चाहता है उनकी नस्लें तबाह हो जाएंगी मगर इस शहर नाम नहीं बदलेगा. हम अली के नाम लेवा हैं हम तुम्हारा नाम तब्दील कर देंगे. मैं आप लोगों (मतदाता) को वास्ता देता हूं आप लोगों को जवाब देना होगा उन लोगों को जो शहर का नाम बदलना चाहते हैं.
बीजेपी पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि बीजेपी ने इस चुनाव में इतने लोगों को बुला लिया है, अब खाली डोनाल्ड ट्रंप का आना बाकी है. वो भी आ जाएं तो भी कुछ नहीं होगा. क्योंकि उनका भी हाथ थामकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि अबकी बार ट्रंप सरकार लेकिन वह भी नहीं बचे और गड्ढे में गिर गए. ओवैसी ने कहा कि ये लोग (बीजेपी) लाख जिन्ना-जिन्ना कर लें. हमने जिन्ना की मोहब्बत को ठुकराया. जो रजाकार थे पाकिस्तान चले गए और जो वफादार थे वो हैदराबाद में रह गए.
यूपी के सीएम हैदराबाद निकाय चुनाव में प्रचार के लिए शनिवार को शहर में थे और उन्होंने रैली की थी. हैदराबाद में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे योगी ने एक रोड शो के दौरान कहा, ‘हम सबको यह तय करना है कि एक परिवार और मित्र मंडली को लूट खसोट की आजादी देनी है या फिर हैदराबाद को भाग्यनगर बनाकर विकास की नई बुलंदियों पर ले जाना है. ये आपको तय करना है.’