जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने गुरुवार को अपने एक बयान में दावा किया है कि उनकी वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट पर ज्यादा असरदार है और इसकी सिंगल डोज डेल्टा वैरिएंट को बेअसर करती है और व्यापक रूप से संक्रमण के खिलाफ 8 महीने तक इम्यूनिटी बनाए रखती है. कंपनी ने बताया कि वैक्सीन लेने वालों ने डेल्टा समेत सभी वैरिएंट के खिलाफ कम से कम आठ महीने के दौरान मजबूत न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी को बनते देखा है. वहीं रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों के मुताबिक आने वाले हफ्तों में डेल्टा वैरिएंट से अमेरिका में संक्रमण तेजी से फैलने की उम्मीद है.
जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी के अधिकारी जोहान वान हूफ ने एक इंटरवियू के दौरान कहा कि ‘हम बेहद खुश हैं, वास्तव में और आश्वस्त हैं कि इस समय बूस्टर की कोई आवश्यकता नहीं है और हम सुरक्षित हैं’.
साथ ही कहा कि वैक्सीन की पहली डोज लगने के 29 दिन के अंदर ही इसने डेल्टा संस्करण को बेअसर कर दिया था और समय के साथ बेहतर इम्यूनिटी बनाई. वैन हूफ ने बताया कि कंपनी को नहीं लगता है कि जिन लोगों को वैक्सीन दी गई है, उन्हें एक साल तक बूस्टर की जरूरत पड़ेगी. इसलिए फॉर्मूलेशन को बदलने की कोई जरूरत नहीं है.
एंटीबॉडी की संख्या को बढ़ाती है दूसरी डोज
कंपनी के डेटा के मुताबिक एंटीबॉडी की संख्या जिसे टाइट्रेस के रूप में जाना जाता है, वो दक्षिण अफ्रीका में पहली बार पाए गए बीटा वैरिएंट की तुलना में काफी ज्यादा थी. इसलिए वैक्सीन की दूसरी डोज किसी व्यक्ति की एंटीबॉडी की संख्या को बढ़ाने के लिए जानी जाती है.
टी कोशिकाओं के बनने पर हो रहा अध्ययन
जानकारी के मुताबिक कंपनी टी कोशिकाओं को बनाने के लिए अपनी वैक्सीन की क्षमता का भी अध्ययन कर रही है, जो इसकी सुरक्षात्मक शक्ति का एक और पैमाना है.