जापान एक ऐसा शहर है जहाँ हर समय कोई ना कोई ऐसी चीज़ हो जाती है जो सुर्ख़ियों में आ जाती है. अब इन दिनों भी जापान अपनी हरकतों की वजह से सुर्ख़ियों में है. जी दरअसल में जापान के स्कूल में एक परम्परा अपनाई जाती है जिसे ‘dorodango‘ कहा जाता है. यह परम्परा कई सालों से यहाँ चली आ रही है और इस परम्परा के अनुसार जापान में बच्चो को आर्ट सिखाया जाता है
इस परम्परा में बच्चे मिटटी और कीचड़ से बॉल बनाते है और उन्हें नाम दिया जाता है “hikaru dorodango” इसके दौरान जो बॉल्स बनाई जाती है उन्हें पोलिश किया जाता है और उसके बाद उन्हें शाइनी भी बनाया जाता है. उन बॉल्स को बनाने का अपना ही एक तरीका होता है.
इसे जापान में लोग मोटिवेट आर्ट भी कहते है जो बच्चो को स्कूल में सिखाया जाता है. कीचड़ और मिटटी से बनाने के बाद बॉल को कठोर किया जाता है और अलग-अलग तरह से पोलिस किया जाता है. पोलिस करने के बाद कई बार बॉल्स को डेकोरेट भी किया जाता है और उसके बाद बॉल्स काफी चमकदार लगती हैं.
इन बॉल्स को सभी अपने घरों में बनाते है जो बहुत ही शानडार लगती है. इन्हे लोग अपने घर में सजाने के लिए बनाते है और बच्चे स्कूल में कॉम्पिटिशन के दौरान. वाकई में यह बहुत ही बेहतरीन है और देखने में बहुत ही आकर्षक.
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