भारतीय पोस्ट या पोस्ट ऑफिस देशभर में विभिन्न डाक सेवाओं के साथ कई सेविंग स्कीम की भी पेशकश करता है, जिसमें अलग-अलग ब्याज दर प्रदान किया जाता है। पोस्ट ऑफिस की स्कीम पर मिलने वाला ब्याज सरकार की तरफ से स्मॉल सेविंग स्कीम पर तय किए जाने वाले ब्याज के अनुसार होता है, जिसे तिमाही आधार पर बदला जाता है। बीते सप्ताह सरकार ने स्मॉल सेविंग स्कीम के लिए ब्याज दरों को परिवर्तित किया है।
आज हम आपको पोस्ट ऑफिस की तरफ से पेश किए जाने वाले टाइम डिपॉजिट या फिक्स डिपॉजिट अकाउंट के बारे में बता रहे हैं, जिस पर ब्याज दर तिमाही आधार पर तय होता है, लेकिन वार्षिक आधार पर भुगतान होता है।अगर आप पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो आपको इससे जुड़ी 5 बातें जरूर जाननी चाहिए।
ऐसे खोलें अकाउंट: पोस्ट ऑफिस फिक्स डिपॉजिट अकाउंट को भी व्यक्ति नकद या चेक के जरिए खुलवा सकता है। चेक की बात की जाए तो सरकार के अकाउंट में चेक जमा होने की तारीख को अकाउंट खोले जाने की तारीख माना जाएगा।
अमाउंट: पोस्ट ऑफिस एफडी में न्यूनतम 200 रुपये से अकाउंट खुलवाया जा सकता है। इंडिया पोस्ट के अनुसार, इसमें जमा की कोई अधिकतम लिमिट नहीं है।
ब्याज दर और कार्यकाल: पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में 6.9 से 7.7 फीसद की दर से ब्याज 1-5 साल के कार्यकाल के लिए प्रदान किया जा रहा है।
कार्यकाल ब्याज दर
1 साल टाइम डिपॉजिट 6.9 फीसद
2 साल टाइम डिपॉजिट 6.9 फीसद
3 साल टाइम डिपॉजिट 6.9 फीसद
5 साल टाइम डिपॉजिट 7.7 फीसद
टैक्स बेनिफिट: अगर पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में 5 साल के लिए निवेश किया जाता है तो इनकम टैक्स एक्ट सेक्शन 80सी के तहत टैक्स में छूट के लिए दावा किया जा सकता है।
अन्य सुविधाएं: पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में नॉमिनेश की सुविधा अकाउंट खुलवाते वक्त और अकाउंट खुलवाने के बाद भी मिलती है। इस अकाउंट को नाबालिग के नाम पर और ज्वाइंट अकाउंट के तौर पर दो व्यस्क एक साथ भी खुलवा सकते हैं।