देश के कई हिस्सों में तापमान में गिरावट देखी जा रही है। उधर, एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इस कारण मध्य राजस्थान और इसके आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव कहां-कहां देखने को मिल सकता है।
दिल्ली में बदलेगा मौसम
देश की राजधानी दिल्ली में अगले एक हफ्ते तक बादल छाए रहने और बूंदाबांदी के आसार हैं। इसके साथ ही न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट भी हो सकती है। गुरुवार से हल्की बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।
मौसम विभाग ने बताया कि देश के उत्तरी-पश्चिम हिस्से यानी जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में 19 मार्च के बीच गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे की गति) के साथ हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान में 17 से 19 मार्च के बीच ऐसा होने की संभावना है। बिहार में 17 मार्च को ओले पड़ सकते हैं।
इन इलाकों में ओलावृष्टि का अनुमान
मौसम विभाग की मानें तो आज और कल जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश में ओलावृष्टि की संभावना है। उत्तराखंड में 19 मार्च तक, जबकि हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 17 मार्च, उत्तरी राजस्थान में 17 से 19 मार्च के बीच ओलावृष्टि की संभावना है।
पश्चिम और मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग ने बताया कि गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में 19 मार्च तक तेज हवाओं के साथ काफी हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है। वहीं, 16 और 17 मार्च को पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में ओलावृष्टि का पूर्वानुमान है।
दक्षिण भारत के मौसम का हाल
रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर आंतरिक तमिलनाडु से कोंकण तक कम दबाव का क्षेत्र है। इसके प्रभाव के चलते तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में 19 मार्च तक मध्य बारिश का पूर्वानुमान है। इसके अलावा 18 मार्च को तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। 16 और 17 मार्च को तेलंगाना में छिटपुट ओलावृष्टि की भी संभावना है।