रिषभ पंत का पंजाब किंग्स के खिलाफ हुए मैच में जिस तरह का अप्रोच था उससे टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर आरपी सिंह और प्रज्ञान ओझा बिल्कुल भी खुश नजर नहीं आए। इस मैच में दिल्ली की पारी के दौरान जब पलड़ा पंजाब की तरफ झुका दिख रहा था तब रिषभ पंत बल्लेबाजी करने आए थे, लेकिन उन्होंने अपना आपा खो दिया और एक बेहद खराब शाट खेलकर लियाम लिविंगस्टोन को अपना विकेट उपहार के तौर पर दे दिया। ओझा के मुताबिक पंत के पास एक शानदार मौका था कि वो इस स्थिति में अच्छा खेल दिखाकर खुद को स्थापित करते।
प्रज्ञान ओझा ने क्रिकबज के साथ बात करते हुए कहा कि वो एक स्थापित बल्लेबाज हैं और उन्हें भविष्य (भारत) की कप्तानी के लिए एक विकल्प के रूप में देखा जा रहा है, जो लंबे समय तक भारतीय टीम के लिए मैच विजेता हो सकते हैं। कौन है मैच विनर? 4 गेंदों पर 4 छक्के मारना मैच विजेता नहीं है। मैच विजेता पारी बनाता है, जिम्मेदारी भी लेता है। इसलिए पंत ने इस मैच में एक सुनहरा मौका गंवा दिया। पंत को आउट करने के लिए ही लिविंगस्टन को आक्रमण में लाया गया और पंजाब को इस बात की परवाह नहीं थी कि पंत उनकी छह गेंदों पर छह छक्के लगा दें।
पंजाब के खिलाफ रिषभ पंत ने 3 गेंदों पर 7 रन बनाए और वो लिविंगस्टोन की बाहर जाती एक गेंद को खेलने के प्रयास में जितेश शर्मा के हाथों स्टंप आउट हो गए। आरपी सिंह ने कहा कि आपका अहंकार अधिक महत्वपूर्ण है या मैच जीतना? मैच पहले ही पीबीकेएस की ओर झुक चुकी थी। आप ललित यादव को दोष नहीं दे सकते, वो एक युवा है लेकिन पंत को अधिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी। लिविंगस्टोन ने एक जाल बिछाया और वह ठीक उसी में उलझ गए। वो एक स्थापित गेंदबाज नहीं हैं, लेकिन वो पंत की टेंपर के साथ से खेल रहे थे। उन्होंने पंत को अहंकार की लड़ाई के लिए मजबूर किया और पंत इसमें उलझकर अपना विकेट गंवा बैठे।