छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में बड़ा अजीब मामला सामने आया है। मस्तूरी क्षेत्र के पाली में भंवर गणेश की ऐतिहासिक प्रतिमा को अज्ञात लोग उठाकर ले गए हैं। घटना बीती रात करीब 2 बजे की बताई जा रही है। अज्ञात लोगों ने मंदिर के पुजारी को बंदूक की नोंक पर बंधक बना लिया और भगवान गणेश की ऐतिहासिक प्रतिमा को अपने साथ ले भागे। भक्तगण सुबह मंदिर पहुंचे तब इसका खुलासा हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी पारुल माथुर भी मौके पर पहुचीं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। भगवान गणेश को उठाकर ले जाने से लोगों में भारी आक्रोश है।
मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित मस्तूरी क्षेत्र के पाली में भंवर गणेश का ऐतिहासिक मंदिर है। मंदिर में देर रात अज्ञात लोग पहुंचे। पुजारी को बंदूक की नोंक पर बंधक बना लिया। पुजारी को पहले खूब धमका और डराया फिर मूर्ति अपने साथ लेकर फरार हो गए। इस घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में हंगामा मच गया है। सूचना पर पुलिस की टीम डॉग स्क्वाड के साथ पाली गांव पहुंची। एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि मस्तूरी थाना स्टाफ मामले की जांच कर रही है। ग्रामीणों से घटना के बारे में जानकारी ली जा रही है।
उत्तर प्रदेश में मिली थी देवी की प्रतिमा
बता दें कि मस्तूरी क्षेत्र का मल्हार ऐतिहासिक स्थल है। यह लोगों की आस्था का केंद्र है। यहां डिंडेश्वरी माता का मंदिर भी है। भगवान गणेश की मूर्ति को उनके समकक्ष मान देवी के भाई के रूप में श्रद्धालु पूजते हैं। श्रद्धालुओं मानते हैं कि भगवान गणेश के मंदिर में लगाई हर अर्जी पूरी होती है। इससे पहले देवी की मूर्ति को भी कुछ वर्ष पूर्व अज्ञात चोरों द्वारा पार कर दिया गया था। उस समय भी इस मामले को लेकर काफी हंगामा बरपा था। पुलिस ने अथक प्रयास कर उत्तर प्रदेश से प्रतिमा को बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई थी।