छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। राजधानी रायपुर में स्वाइन फ्लू से एक बुजुर्ग की मौत हो गई है। मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ा है। राजनांदगांव के 72 साल के बुजुर्ग को रायपुर के अस्पताल में लाया गया था। स्वाइन फ्लू संक्रमितों की बढ़ती संख्या और मौत ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। पिछले एक महीने में प्रदेश में स्वाइन फ्लू के पीड़ितों की संख्या 128 पहुंच गई है। सोमवार को मेकाहारा में एक स्वाइन फ्लू संक्रमित बुजुर्ग महिला की मौत हुई थी। प्रदेश में स्वाइन फ्लू से अब तक 6 मरीजों की मौतें हो चुकी है। पहली मौत कवर्धा के 4 साल की बच्ची की हुई थी।
राजनांदगांव जिले से 72 साल के मरीज को कुछ दिनों पहले एम्स में भर्ती कराया गया था। शुगर की वजह से उनके एक पैर में गैंग्रीन हो गया था। सांस लेने में भी दिक्कत थी। जांच के बाद उनमें स्वाइन फ्लू संक्रमण की पुष्टि हुई थी। मंगलवार की रात मरीज की मौत हो गई। मरीज को स्वाइन फ्लू के साथ दूसरी गंभीर बीमारियां भी थीं। राजधानी रायपुर स्वाइन फ्लू संक्रमण का हॉटस्पॉट बनता जा रहा है। स्वाइन फ्लू के अब तक 128 मरीज सामने आ चुके हैं, जिसमें 67 मरीज रायपुर के हैं। अब तक 14 जिलों में मरीज मिल चुके हैं। रायपुर सहित विभिन्न जिलों 50 से ज्यादा मरीजों का उपचार जारी है।
बीमारी से बचने सावधानी और सतर्कता जरूरी
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि व्यक्तिगत व्यवहार काफी मायने रखता है। हम अगर मान लेते हैं कि कोई बीमारी चली गई। हमें बीमारी नहीं होगी। कोई बीमारी न हो ऐसा बिल्कुल नहीं है। सावधानी और जागरूकता जरूरी है। इस वर्ष स्वाइन फ्लू से कुछ मौतें भी हुई है। अगर किसी को स्वाइन फ्लू है तो उसका प्रबंधन टाइम से जरूरी है। मरीज तत्काल अस्पताल आ जाएं। प्रदेश के सभी जिलों को स्वाइन फ्लू और मंकीपॉक्स बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। महामारी नियंत्रण विभाग के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि स्वाइन फ्लू पॉजिटिव मरीज की मौत को स्वास्थ्य विभाग ने कोमॉर्बिडिटी के साथ हुई मौत के रूप में दर्ज किया है। डेथ ऑडिट कमेटी ने अभी यह पुष्ट नहीं किया है कि यह मौतें स्वाइन फ्लू से ही हुई हैं।