लखनऊ में महात्मा गांधी मार्ग स्थित चिल्ड्रेन पैलेस बूथ पर मतदान करने पहुंची बसपा सुप्रीमो मायावती जोश से लबरेज नजर आईं। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। हमे भरोसा है कि जनता से हमें अच्छा रिस्पांस मिलेगा।
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बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायवती ने निकाय चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने महात्मा गांधी मार्ग स्थित चिल्ड्रेन पैलेस मतदान केंद्र में वोट डाला। इस दौरान उन्होंने जनता से अधिक से अधिक मतदान करने की अपील की। मायावती ने कहा कि बसपा उत्तर प्रदेश में पूरे दमखम के साथ लड़ रही है। निकाय चुनाव में नतीजे बसपा के पक्ष में आने वाले हैं।
मायावती ने मतदाताओं से की थी अपील, भाजपा पर किया था हमला
बसपा सुप्रीमों ने ट्वीट कर कहा था कि यूपी निकाय चुनावों के तहत चार मई को होने वाले पहले चरण के चुनाव हेतु हालांकि विरोधी पार्टियों ने साम, दाम, दंड, भेद आदि अनेकों हथकंडों का लगातार इस्तेमाल किया है, लेकिन लोगों को वोट के अपने बहुमूल्य संवैधानिक हक व दायित्व के प्रति वफादार व ईमानदार रहकर ही वोट डालना है। साथ ही, इस चुनाव के लिए भी भाजपा व अन्य विरोधी पार्टियों ने लुभावने वादों, हवा हवाई बातों तथा कागजी दावे करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है, लेकिन वोटरों को इनके बहकावे में न आकर अपने व अपने क्षेत्र के हित एवं विकास के लिए बीएसपी उम्मीदवारों को ही वोट देने की अपील।
मुस्लिम समाज की भागीदारी पर उड़ी जातिवादी एवं साम्प्रदायिक पार्टियों की नींद- मायावती
मायावती ने कहा था कि यूपी निकाय चुनाव के अन्तर्गत 17 नगर निगमों में मेयर पद के लिए हो रहे चुनाव में बीएसपी द्वारा मुस्लिम समाज को भी उचित भागीदारी देने को लेकर यहां राजनीति काफी गरमाई हुई है, क्योंकि उससे खासकर जातिवादी एवं साम्प्रदायिक पार्टियों की नींद उड़ी हुई है। बीएसपी ‘सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ की नीति व सिद्धान्त पर चलने वाली अम्बेडकरवादी पार्टी है तथा उसी आधार पर यूपी में चार बार अपनी सरकार चलाई। मुस्लिम व अन्य समाज को भी हमेशा उचित प्रतिनिधित्व दिया। अतः लोगों से अपने हित पर ज्यादा व विरोधियों के षडयंत्र पर ध्यान न देने अपील।
2017 में बसपा ने दो सीटों पर जमाया था कब्जा
बता दें कि 2017 में हुए निकाय चुनाव में बसपा को प्रदेश के 16 नगर निगम सीटों में 2 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। जिसमें मेरठ और अलीगढ़ की सीट शामिल थी। वहीं भाजपा ने 14 सीटों पर कब्जा जमाया था। इस बार एक नगर निगम सीट बढ़ गई है। ऐसे में अब प्रदेश में 17 नगर निगम हैं।