भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के इस सीजन में खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई में 19 सितंबर से शुरू हो रहे आइपीएल 2020 से पहले दिल्ली कैपिटल्स टीम के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर ने कहा है खिलाड़ियों को बस गाइडलाइंस को मानना है, जो उनकी बताई गई हैं।
बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा है, “मुझे नहीं लगता कि खिलाड़ी इससे (कोरोना वायरस) डरेंगे। सबसे महत्वपूर्ण ये है कि आपको बायो-बबल में रहना है और जो प्रोटोकॉल और गाइडलाइंस आपको दी गई हैं उनको फॉलो करना है। किसी एक व्यक्ति की वजह से टूर्नामेंट का बलिदान नहीं दिया जा सकता।” आइपीएल का 13वां सीजन यूएई के अबू धाबी, शारजाह और दुबई में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक खेला जाना है।
दिल्ली कैपिटल्स के पहला आइपीएल खिताब जीतने के मौके को लेकर गंभीर ने कहा है कि कोई भी चीज निश्चित नहीं है, कुछ भी हो सकता है। गंभीर ने ये भी सवाल उठाया है कि भारतीय खिलाड़ियों ने लंबे समय से मैच नहीं खेले हैं, जो थोड़ी बहुत परेशानी खड़ी कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “आइपीएल इस तरह का टूर्नामेंट है, जहां कोई भी टीम दूसरी टीम को हरा सकती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप टूर्नामेंट में कैसे खेलते हैं।”
वहीं, गौतम गंभीर से जब युवराज सिंह की वापसी को लेकर पूछा गया कि उन्होंने बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह को मेल भेजा है कि उनको रिटायरमेंट से वापस आना है और पंजाब के लिए टी20 क्रिकेट खेलनी है। इस पर गंभीर ने कहा, “यह उनका निजी फैसला है और हर कोई यूवी को खेलते हुए देखना पसंद करता है। अगर वह पंजाब के लिए खेलना चाहते हैं तो क्यों नहीं? आप किसी क्रिकेटर को खेलने से रोक नहीं सकते कि आपने रिटायरमेंट लिया है।”
गौरतलब है कि आइपीएल 2020 के लिए जब टीमें यूएई पहुंची थीं तो वहां तीसरे कोविड 19 टेस्ट के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स के दो खिलाड़ियों समेत 13 सदस्य कोरोना वायरस पॉजिटिव निकले थे, लेकिन अब ये सभी लोग नेगेटिव पाए गए हैं। इसके बाद खुद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के एक मेडिकल स्टाफ को कोविड 19 पॉजिटिव पाया गया था। वहीं, दिल्ली कैपिटल्स का असिस्टेंट फिजियोथेरैपिस्ट भी कोरोना संक्रमित निकला था।