कोरोना संक्रमण के दौरान जहां रिश्ते-नाते तार-तार हो रहे हैं वहीं गुजरात में एक अनोखा मामला सामने आया है जिसमें तीन बेटियों ने बेटे का फर्ज निभाते हुए कोरोना के चलते अपने पिता की मौत हो जाने पर निडरता के साथ उनका अंतिम संस्कार किया।
आपको बता दें कि भरूच में कोरोना मृतकों के लिए रेवा नदी किनारे एक अलग से कोविड-श्मशान बनाया गया है। लेकिन यहां बरसात के चलते सड़कों पर पानी भरने के कारण लोग नावों के जरिए ही पहुंच पा रहे हैं।
नर्मदा में बाढ़ के चलते रेवा नदी भी उफान
भारी बारिश के दौर में नर्मदा नदी में बाढ़ आने से रेवा नदी भी अपने पूरे उफान पर है। जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया है। यह श्मशान भी रेवा नदी के किनारे गोल्डन ब्रिज के पास स्थित है।
नावों से पहुंचा जा रहा श्मशान घाट
बारिश और नदी में उफान के कारण सड़कों पर पानी भरने के चलते लोग यहां अंतिम संस्कार के लिए नावों के माध्यम से ही पहुंच पाते हैं। ऐसे में अपने पिता के अंतिम संस्कार के लिए ये तीनों बेटियां खतरा उठाते हुए और हर तरह की परेशानियों को मात देते हुए श्मशान घाट पर पहुंचीं।