गुजरात का सूरत कोरोना वायरस का नया हॉटस्पॉट बन गया है. कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच शनिवार को सूबे के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल खुद सूरत पहुंचे.
कोरोना को फैलने से रोकने के लिए यहां उन्होंने करीब 4 घंटे तक प्रशासनिक अधिकारियों, सांसदों और विधायकों के साथ मीटिंग की. इस बीच गुजरात के मुख्यमंत्री रुपाणी ने दो नए कोरोना हॉस्पिटल के लिए 100 करोड़ रुपये का पैकेज देने और 200 वेंटिलेटर भेजने की घोषणा की.
गुजरात की आर्थिक राजधानी सूरत में कोरोना कहर बरपा रहा है. हर रोज सूरत में 200 से 250 कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. सूरत शहर और ग्रामीण इलाकों को मिलाकर अब तक 226 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग अस्पतालों में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है.
सूरत की स्थिति को लेकर देखते हुए मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल शनिवार सुबह 10.30 बजे गांधीनगर से सूरत पहुंचे. यहां उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मैराथन मीटिंग की.
सीएम विजय रुपाणी ने मीडिया से बातचीत करते हुए इस मीटिंग की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले चाहे, जितने बढ़ें, लेकिन सूरत में दोबारा लॉकडाउन नहीं होगा. उन्होंने दो नए कोरोना अस्पताल शुरू करने के लिए 100 करोड़ रुपये के पैकेज और 200 वेंटिलेटर भेजने की घोषणा की.
सीएम रुपाणी और डिप्टी सीएम नितिन पटेल का यह दौरा इसलिए अहम है, क्योंकि सूरत के कई सरकारी अस्पतालों में मरीजों की सही सुविधाएं नहीं मिलने की शिकायतें लगातार आ रही हैं.
बीजेपी सांसद सीआर पाटिल भी इसकी शिकायत सीएम रुपाणी और डिप्टी सीएम नितिन पटेल से कर चुके हैं. शुक्रवार को सीएम रुपाणी और डिप्टी सीएम नितिन पटेल के साथ मीटिंग में शामिल रहे बीजेपी सांसद पाटिल ने फिर अस्पतालों की बदहाली का मुद्दा उठाया.
सूरत में कोरोना को कंट्रोल करने में स्थानीय प्रशासन लगातार असफल रहा है. यही वजह है कि हालात का जायजा लेने और व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए सरकार यानी मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को मैदान में उतरना पड़ा है.