प्रतिबंधित वन क्षेत्र में स्वीडन का एक नागरिक अवैध रूप से रहते हुए पकड़ा गया। बाघ बाहुल्य जंगल में ठहरा मिला स्वीडन का नागरिक। प्रतिबंधित वन क्षेत्र में वह पांच दिन से रुका हुआ था। बाघों के इलाके में ठहरे नागरिक को देख वन कर्मी भी हैरान।
कोसी नदी के प्रतिबंधित वन क्षेत्र में स्वीडन का एक नागरिक अवैध रूप से रहते हुए पकड़ा गया। बाघ बाहुल्य में जंगल वह पांच दिन से रुका हुआ था। वह टूरिस्ट वीजा पर उत्तराखंड में घूमने आया है। अब पुलिस ने उसे एक होटल में ठहरा दिया है।
रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत कोसी रेंज में सोमवार को वन कर्मियों ने गश्त के दौरान कोसी नदी वन क्षेत्र के टापू में एक व्यक्ति को बैठे देखा। वन कर्मी मौके पर पहुंचे तो विदेशी व्यक्ति को देखकर दंग रह गए। उसके पास कुछ सामान भी था। उसने खुद को पर्यटक बताया। इसके बाद रेंजर शेखर तिवारी ने पुलिस को सूचना दी।
पासपोर्ट व वीजा वैध पाया गया
सूचना मिलने पर कोतवाली से पुलिस व एलआइयू टीम भी पहुंच गई। इसके बाद उसके पास सामान चेक किया तो उसमें पासपोर्ट व वीजा दिखाया तो वह वैध पाया गया। पूछताछ में उसने अपना नाम स्वीडन निवासी वाल्टर जेकब 22 वर्ष बताया।
वह पांच दिन से रामनगर में ही वन क्षेत्र के करीब रह रहा है। जब उससे होटल के बजाए वन क्षेत्र में रहने का कारण पूछा तो उसने कहा कि वह प्रकृति के नजदीक रहना चाहता था। इसलिए होटल नहीं लिया। वह रात में भी इसी जगह पर रह रहा था।
उसने बताया कि वह एक साल के टूरिस्ट वीजा पर नौ फरवरी को भारत आया था। तब से वह ऋषिकेश, रूद्रपुर, नैनीताल घूमते हुए अब रामनगर पहुंचा है। उसने बताया कि वह अब रामनगर के बाद हरिद्वार जाएगा। इस पर पुलिस ने उसे होटल में रहने को कहा।
कोतवाल अरुण सैनी ने बताया कि स्वीडन के नागरिक को रामनगर में ही एक होटल में कमरा दिलवा दिया है। वह मंगलवार को हरिद्वार चला जाएगा।
बहुत खुश दिखा जेकब
स्वीडन का नागरिक वन क्षेत्र के जिस नदी के टापू वाले क्षेत्र में रह रहा था, वह क्षेत्र बाघों का इलाका है। ताज्जूब इस बात का है कि उस पर बाघ होने का कोई खौफ नहीं दिखा। जबकि वह बहुत खुश दिखा।