कोरोना महामारी के चलते उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को रक्षाबंधन में उनकी बहनें राखी नहीं बांध पाएंगी.
हालांकि कारागार विभाग द्वारा सभी जेलों के बाहर काउंटर लगाया गया है जहां पर बहनें जेल में बंद अपने भाइयों के लिए लिफाफे में राखी, टीका और चावल दे सकती हैं.
बता दें कि यूपी में परंपरा रही है जेल में कैद बंदियों को राखी बांधने के लिए उनकी बहनें जेल आती हैं. इस मौके पर जेल प्रशासन सारा इंतजाम करता है. हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के चलते जेल में रक्षाबंधन संभव नहीं हो पाएगा.
महिलाओं को लिफाफे में बंदी, पिता का नाम और बैरक नंबर लिख कर देना होगा. राखी को 1 अगस्त शाम 4 बजे तक ही जमा किया जा सकता है.
चिट्ठियों को सैनिटाइज करने के बाद जेल प्रशासन 3 अगस्त यानी की रक्षाबंधन के दिन कैदियों को देगा. रक्षाबंधन के दिन जेलों में प्रशासन ने विशेष भोजन बनवाने के निर्देश भी दिए हैं.
राज्य के विभिन्न जेलों में बंदियों के कोरोना संक्रमित निकलने के बाद प्रशासन द्वारा विशेष सतर्कता बरती जा रही है.
कारागार विभाग द्वारा जारी आदेश में साफ कहा गया है कि कोरोना महामारी के चलते बहनें इस बार अपने भाइयों के लिए जेल में मिठाई या कोई अन्य खाद्य पदार्थ नहीं भेज पाएंगीं.