योगी सरकार पूर्वी उत्तर प्रदेश और मध्य क्षेत्र से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक सड़कों का जाल बिछाने जा रही है। इन क्षेत्रों में दो लेन की दो श्रेणियों की करीब 400 किलोमीटर लंबी सात सड़कों का निर्माण होगा। मंगलवार को कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इनमें चार सड़कें दस मीटर और तीन सात मीटर चौड़ी होंगी। इन सड़कों के निर्माण पर कुल 2125 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सरकार इन सड़कों का निर्माण इपीसी (इंजीनिरिंग प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन) मॉडल से करेगी यानि इसका खर्च खुद वहन करेगी। निर्माण के लिए विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक से कर्ज भी लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में कुल 14 प्रस्तावों को मंजूरी मिली। इनमें सात प्रस्ताव सड़क निर्माण संबंधी थे। सरकार के प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि लखनऊ के मोहनलालगंज-मौरावां- उन्नाव मार्ग के निर्माण के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई है। इस मार्ग के निर्माण में 270.56 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 48 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण 18 माह में पूरा किया जाना है। इसके निर्माण के लिए एशियाई विकास बैंक से कर्ज लिया जाएगा। पांच वर्ष तक इन सभी सड़कों के रखरखाव की जिम्मेदारी निर्माणकर्ता की ही रहेगी।
कैबिनेट ने बदायूं-बिल्सी-बिजनौर मार्ग के निर्माण के लिए भी मंजूरी दी है। विश्व बैंक से इसके लिए कर्ज लिया जाएगा। इस मार्ग के निर्माण पर 419.9176 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह सड़क दस मीटर चौड़ी होगी। 79.42 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण दो वर्ष में पूरा होगा। एशियाई विकास बैंक के ऋण से बुलंदशहर-अनूपशहर मार्ग का निर्माण होगा। यह सड़क भी दस मीटर चौड़ी बनेगी और इसके निर्माण पर 171.0228 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 36 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण 18 माह में पूरा करना है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर-बड़ौत मार्ग के लिए सरकार 298.0689 करोड़ रुपये की लागत से 59 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण करेगी। यह सड़क 18 माह में बनकर तैयार होगी। एशियाई विकास बैंक के कर्ज से इस सड़क का निर्माण होना है। लखीमपुर खीरी जिले के गोला-शाहजहांपुर मार्ग का निर्माण भी 18 माह में पूरा होगा। 57.22 किलोमीटर लंबी इस सड़क के निर्माण पर 418.4883 करोड़ रुपये व्यय होंगे। यह सड़क भी दस मीटर चौड़ी होगी।
कुशीनगर जिले के कप्तानगंज-नौरंगिया-कप्तानगंज-हाटा-गौरीबाजार-बरहज- रुद्रपुर और रुद्रपुर बाईपास के निर्माण पर 384.6420 करोड़ रुपये खर्च होंगे। एशियाई विकास बैंक के सहयोग से बनने वाली यह सड़क 85 किलोमीटर लंबी होगी और 18 माह में बनकर तैयार होगी। इसके अलावा एटा जिले में अलीगंज-सोरो मार्ग के निर्माण पर 162.5322 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 18 माह में बनने वाली यह सड़क 36 किलोमीटर लंबी होगी।