मध्यप्रदेश के भिंड जिले के गोहद के पिपरसाना गांव से अपहृत कथावाचक सतीश पाराशर को पुलिस ने मुक्त करा लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार ग्वालियर के शताब्दीपुरम के एक घर में कथावाचक को रखा गया था। पुलिस ने पिपरसाना गांव के ही एक युवक को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया था।
संदेह के आधार पर हिरासत में लिए गए युवक से जब पुलिस ने पूछताछ की तो वह टूट गया। संदेही की निशानदेही पर पुलिस ने कल रात्रि को ग्वालियर के शताब्दीपुरम से कथावाचक को मुक्त करा लिया है।
गत 16 जून को भिण्ड जिले के दंदरौआधाम में कथा कराने के बहाने से कथावाचक को कार सवार अपने साथ ले गए थे और उसी रात पिता से 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी।
पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने बताया कि ग्वालियर के शताब्दीपुरम इलाके से अपहृत को मुक्त कराया गया है। अपह्त को भूखा-प्यासा रखा गया था। फिलहाल वह ज्यादा कुछ बता पाने की हालत में नहीं है। पिपरसाना गांव के ही संदेही से पूछताछ के बाद उसे मुक्त कराया गया है। 30 लाख की फिरौती मांगी जाने से अपहृत के परिजनों में काफी दहशत थी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।