यहाँ के एक बैंक ने करीब दो करोड़ लोगों के डाटा खो जाने की बात की है. मामला है ऑस्ट्रेलिया के कॉमनवेल्थ बैंक का जिसने बैंक रिकॉर्ड के खो जाने की बात स्वीकार की है.प्राप्त हुई एक जानकारी के मुताबिक डाटा में खाताधारियों के नाम, खाता संख्या, पता व अन्य विवरण थे, जिसे दो मैग्निेटिक टेपों में संग्रहीत किया गया था, जिसे एक ठेकेदार ने वर्ष 2016 में नष्ट कर दिया था.
इन टेपों को वास्तविक रूप से नष्ट किए जाने और खातों से जुड़े साक्ष्य नहीं मिलने पर बैंक ने ग्राहकों से यह नहीं कहा कि डाटा का दुरुपयोग किए जाने की आशंका है. यह ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े कर्जदाता बैंक का नवीनतम घोटाला है. इस मामले पर बैंक ने कहा कि वह 15 साल के डाटा वाले टेप को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया या नहीं.
यहाँ पर इस बैंक ने ऑस्ट्रेलियाई स्टॉक एक्सचेंज में अपने एक बयान में कहा कि कहा गया कि ‘टेप में पासवर्ड, पिन या अन्य डाटा नहीं था, जिसका खाते से धोखाधड़ी करने में इस्तेमाल किया जा सकता था. ‘कॉमनवेल्थ बैंक के रिटेल बैंकिंग के कार्यकारी प्रमुख एंगस सुलिवान ने इस घटना को ‘अस्वीकार्य’ बताया और हुई इस घटना के मामले में उपभोक्ताओं को हुई बहुत सी असुविधा व चिंता के लिए सभी से माफ़ी मांगी.