एलडीए में संपत्तियों के नामातरण की सुविधा अगले दो महीने में ऑनलाइन होगी। आजादी की वर्षगाठ के मौके पर 15 अगस्त से ये सुविधा प्राधिकरण आवंटियों को देगा। इसमें घर बैठे ही आवंटी म्यूटेशन की सारी प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। ऑनलाइन फीस भी जमा होगी। इसके बाद में नामातरण होने के बाद संपत्ति पर नाम बदल जाएगा। साथ ही इसका पत्र भी आवंटी को उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
एलडीए के अधिकृत ट्विटर अकाउंट पर इस बात की जानकारी दी गई है कि 15 अगस्त से ये सुविधा आवंटियों के लिए उपलब्ध होगी, जिसकी मदद से हजारों लोगों को अपने काम के लिए प्राधिकरण के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। अभी जिस तरह से ऑनलाइन मानचित्र पास करना प्राधिकरण ने शुरू किया ठीक उसी तर्ज पर नामातरण भी होंगे। प्राधिकरण के कंप्यूटर सिस्टम प्रभारी एसबी भटनागर ने बताया कि 15 अगस्त से एलडीए के वेब पोर्टल के जरिये नामातरण किया जा सकेगा। इसमें लोग पोर्टल पर नामातरण संबंधित सभी कागज आवेदन के साथ अपलोड करेंगे। आगे उसमें अगर कोई सुधार या आपत्ति होगी तो वह एलडीए की ओर से बताई जाएगी। सभी कागज और औपचारिकताएं पूरी होने पर कास्टिंग कर के राशि जमा की जाएगी। इसके बाद प्रकाशन की कार्यवाही पूरी कर के नामातरण कर दिया जाएगा।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। एलडीए में संपत्तियों के नामातरण की सुविधा अगले दो महीने में ऑनलाइन होगी। आजादी की वर्षगाठ के मौके पर 15 अगस्त से ये सुविधा प्राधिकरण आवंटियों को देगा। इसमें घर बैठे ही आवंटी म्यूटेशन की सारी प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। ऑनलाइन फीस भी जमा होगी। इसके बाद में नामातरण होने के बाद संपत्ति पर नाम बदल जाएगा। साथ ही इसका पत्र भी आवंटी को उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
एलडीए के अधिकृत ट्विटर अकाउंट पर इस बात की जानकारी दी गई है कि 15 अगस्त से ये सुविधा आवंटियों के लिए उपलब्ध होगी, जिसकी मदद से हजारों लोगों को अपने काम के लिए प्राधिकरण के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। अभी जिस तरह से ऑनलाइन मानचित्र पास करना प्राधिकरण ने शुरू किया ठीक उसी तर्ज पर नामातरण भी होंगे। प्राधिकरण के कंप्यूटर सिस्टम प्रभारी एसबी भटनागर ने बताया कि 15 अगस्त से एलडीए के वेब पोर्टल के जरिये नामातरण किया जा सकेगा। इसमें लोग पोर्टल पर नामातरण संबंधित सभी कागज आवेदन के साथ अपलोड करेंगे। आगे उसमें अगर कोई सुधार या आपत्ति होगी तो वह एलडीए की ओर से बताई जाएगी। सभी कागज और औपचारिकताएं पूरी होने पर कास्टिंग कर के राशि जमा की जाएगी। इसके बाद प्रकाशन की कार्यवाही पूरी कर के नामातरण कर दिया जाएगा।