एमबीपीजी कॉलेज में शत प्रतिशत प्रवेश की मांग पर दिन भर हंगामा होता रहा। छात्रों ने परिसर में नारेबाजी व धरना प्रदर्शन बवाल काटा। इस दौरान व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस फोर्स को लाठी भी चलानी पड़ी। बता दें कि एमबीपीजी कॉलेज में सभी आवेदकों को प्रवेश देने की मांग बीते 3 माह से जारी है। जिसमें कॉलेज की ओर से मेरिट के आधार पर प्रवेश देने की प्रक्रिया चल रही थी। जबकि छात्रों की मांग के आधार पर बची हुई सीटों पर एक 11 व 12 नवंबर को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर प्रवेश की तिथि सुनिश्चित की गई थी। इसी के साथ गौलापार स्थित डिग्री कॉलेज के लिए भी प्रवेश की प्रक्रिया चल रही थी।
गुरुवार को बीएससी व बीकॉम की सभी सीटें एमबीपीजी कॉलेज में फुल हो गई थी और शुक्रवार को सुबह सात बजे से ही बीए में प्रवेश के लिए छात्र छात्राएं मौके पर पहुंचने लगे। प्रवेश के लिए बीए में रिक्त 266 सीटों पर शुक्रवार को प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही हंगामा शुरू हो गया। छात्र नेताओं ने सभी को प्रवेश देने की मांग के साथ धरना प्रदर्शन और नारेबाजी आरंभ कर दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद व एनएसयूआई के छात्र नेताओं और सदस्यों ने मांग की है कि कॉलेज में जितने आवेदक हैं, सभी को प्रवेश देना सुनिश्चित किया जाए। जबकि प्राचार्य बीआर पंत का कहना है कि वह मात्र रिक्त सीटों पर ही प्रवेश ले सकते हैं। सीटें बढ़ाने का अधिकार उनके पास नहीं है।
इसके बाद भी छात्र नेताओं ने मौके पर कोई भी बहाना सुनने से इनकार करते हुए जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। ऐसे में कालेज प्रशासन को शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए परिसर में पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। कोतवाली हल्द्वानी से पहुंची पुलिस फोर्स भी खुद को असहाय महसूस करने लगी। जिसके बाद सीओ सिटी शांतनु पाराशर हुआ कि एसपी सिटी डॉक्टर जगदीश चंद्र को मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभालना पड़ा। दोपहर 12 बजे प्रवेश की मांग के लिए नारेबाजी कर रहे छात्र छात्राएं अचानक से उग्र हो गए। ऐसे में पुलिस को उन्हें शांत करने के लिए लाठी और बल का प्रयोग करना पड़ा। जिससे छात्र पहले से ज्यादा आक्रोशित हो गए। करीब 1:30 बजे छात्रों के दल ने मुख्य गेट को बंद करते हुए नारेबाजी व प्रदर्शन किया।
इस दौरान छात्र छात्राएं सीओ सिटी की गाड़ी के आगे भी धरने पर बैठ गए। ऐसे में पुलिस ने जबरन छात्रों को गाड़ी के आगे से हटाया और लाठी फटकार ते हुए उन्हें शांत कराने का प्रयास किया लेकिन छात्रों ने पुलिस पर अभद्रता और लाठीचार्ज का आरोप लगाते हुए माफी मांगने को नारेबाजी की। एसपी सिटी के आदेश पर पुलिस ने छात्रों को पकड़कर किनारे कर दिया और गाड़ी को आगे की तरफ रवाना किया। पुलिस के जाने के बाद छात्र प्राचार्य कक्ष के आगे धरना दे रहे हैं और प्राचार्य कक्ष में तालाबंदी कर दी है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता कौशल विरखानी ने बताया कि जब तक उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं होगी तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान सूरज जंतराल रश्मि लमगरिया, सूरज रमोला आदि छात्र नेता मौजूद थे।