दिल्ली में पुलिस और वकीलों के विवाद पर पूर्व आईपीएस अफसर और पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी ने इशारों इशारों में निशाना साधा. किरण बेदी ने कहा कि नेतृत्व एक चरित्र है जो जिम्मेदारी लेता है और कठोर निर्णय लेता है. इस समय निर्णय लेना चाहिए. ये कठिन समय चला जाएगा. स्मृतियों में कठिन कानून रहेंगे. इससे पहले किरण बेदी ने दिल्ली पुलिस का समर्थन करते हुए कहा कि पुलिस अपने रुख पर दृढ़ता से कायम रहे चाहे नतीजा कुछ भी हो.

दरअसल दिल्ली पुलिस के लोग मंगलवार को ‘वी वांट जस्टिस’ और ‘हमारा सीपी (पुलिस कमिश्नर) कैसा हो, किरण बेदी जैसा हो’ के नारे लगा रहे थे. उन्होंने अपने वरिष्ठों के शांत करने की कोशिश को नकार दिया, क्योंकि वे एक दिन पहले अपने सहयोगियों की वकीलों द्वारा पिटाई किए जाने पर अपना गुस्सा निकालने के लिए जमा हुए थे.
आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय के बाहर जमा हुए सैंकड़ों पुलिसकर्मियों ने पूरी तरह सड़क जाम कर लिया और व्यस्त चौराहे पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट रुक गया. इसमें महिलाएं भी वर्दी और सादे कपड़ों में थीं.
उनके साथ पड़ोसी राज्यों हरियाणा और पंजाब के पुलिसकर्मी भी शामिल हो गए. इसमें सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी भी थे. वे शनिवार को हुई हिंसा के बाद साकेत व तीस हजारी कोर्ट में कुछ वकीलों द्वारा पुलिसकर्मियों को पीटे जाने पर नाराजगी जाहिर कर रहे थे. शनिवार को कथित तौर पर पार्किंग विवाद को लेकर पुलिस व वकीलों के बीच हिंसा हुई, जिसमें दोनों पक्षों को चोटें आईं.
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