देहरादून, उत्तराखंड में चुनावी माहौल बना हुआ है। आए दिन नेताओं की बड़ी-बड़ी जनसभाएं और रैली हो रही हैं। आयोजकों व कार्यकर्त्ताओं में जोश और उत्साह है, लेकिन इस खुशनुमा माहौल के बीच एक खबर चिंता बढ़ाने वाली भी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में विदेश से आए 490 लोग लापता हैं। डर है कि इनमें से कोई कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से ग्रसित न हो। पुलिस और एलआइयू की मदद से इनकी तलाश की जा रही है।
एक नवंबर से 15 दिसंबर तक उत्तराखंड के करीब 1900 लोग विदेश से दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे। हवाई अड्डे पर उन्होंने उत्तराखंड आने की जानकारी दी पर इनमें से 490 लोग अभी तक ट्रैस नहीं हो पाए हैं। इनके फोन नंबर गलत हैं। ज्यादातर लोग अमेरिका से आए हैं, लेकिन अब इनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। स्वास्थ्य महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा के अनुसार इन लोग ने हवाई अड्डे पर फार्म में गलत विवरण भरा था। अब इनके दिए गए पते व मोबाइल नंबर के माध्यम से पता लगाने की कोशिश की जा रही है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि ये उत्तराखंड आए भी हैं या नहीं। पुलिस की मदद से प्राथमिकता के आधार पर इनकी तलाश की जा रही है।
चिंता यहीं खत्म नहीं होती। ओमिक्रोन के खतरे के बीच राज्य में कोरोना की जांच अब भी सुस्त पड़ी है। कहने के लिए प्रतिदिन बीस हजार सैंपल का लक्ष्य निर्धारित किया गया है पर सैंपलिंग अभी 10-12 हजार तक ही हो पा रही है। इसमें भी ज्यादातर सैंपलिंग मैदानी जिलों में ही की जा रही है। एक समस्या ये भी है कि चुनावी माहौल में कई बड़े नेता उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। प्रोटोकाल ड्यूटी के कारण भी सैंपलिंग का काम प्रभावित हो रहा है। वहीं, बार्डर पर भी सैंपलिंग के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। ऐसे में कोरोना की नई लहर की आशंका से डर लग रहा है।