उत्तराखंड पुलिस ने बीते एक सप्ताह में 3635 कांवड़ियों को हरिद्वार के विभिन्न स्थानों से भेजा वापस
कांवड़ यात्रा पर रोक के बावजूद यूपी सहित उत्तराखंड के पड़ोसी राज्यों से कांवड़िए हररोज हरिद्वार में गंगाजल लेने चले आ रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस उन्हें बॉर्डर पर रोककर वापस भेज रही है। बीते एक सप्ताह में पुलिस 3635 कांवड़ियों को हरिद्वार के विभिन्न स्थानों से वापस कर चुकी है। डीआईजी अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि इस बार कांवड़ मेला प्रतिबंधित होने के बावजूद कांवड़िए हरिद्वार आने का प्रयास कर रहे हैं। सड़क और ट्रेन से हरिद्वार पहुंच रहे कांवड़ यात्रियों को जिले की सीमा से ही शटल बस और ट्रेनों में बैठाकर वापस भेजा जा रहा है। हरिद्वार पुलिस ने नारसन, भगवानपुर और खानपुर बॉर्डर से 1174 दुपहिया वाहन, 3473 छोटे वाहन और 136 बड़े वाहनों सहित कुल 3635 कांवड़ियों को वापस भेजा। इसके साथ ही ट्रेनों से आए कुल 316 कांवड़ यात्रियों को शटल बस और ट्रेनों के माध्यम से वापस उनके गन्तव्यों को भेजा गया। उन्होंने बताया कि बॉर्डर पर पुलिस लगातार निगरानी कर रही है।
कांस्टेबल को कैडर बदलने का मौका
पुलिस मुख्यालय ने सशस्त्र बल के पुलिस कांस्टेबल को सिविल पुलिस में जाने का मौका प्रदान किया है। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि सशस्त्र पुलिस में कार्यरत 10 वर्ष से कम अवधि के कास्टेबल यदि स्वेच्छा से नागरिक पुलिस में जाना चाहते हैं तो और इसके लिए वो निर्धारित शर्तों को पूरा करते हों तो 15 दिनों के भीतर अपने अपने रेंज कार्यालय में आवेदन दे सकते हैं।
मिशन हौसला के तहत मिलेगा मेडल
पुलिस मुख्यालय ने कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए चलाए गए मिशन हौसला अभियान के उल्लेखनीय सेवा देने वाले पुलिस कर्मियों को 15 अगस्त पर मेडल प्रदान करने का निर्णय लिया है। पुलिस मुख्यालय ने इसके लिए जनपद पुलिस, वाहिनी और एसडीआरएफ से कुल 100 पुलिसकर्मियों के नाम मांगे हैं। इन सभी जवानों को 15 अगस्त पर डीजीपी अशोक कुमार द्वारा मेडल से सम्मानित किया जाएगा।