कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने साधा सीएम तीरथ सिंह रावत पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि चेहरा परिवर्तन राज्य के लिए अशुभ है। राज्य की बुनियादी सुविधाओं पर फोकस करने की जगह मुख्यमंत्री का ध्यान फालतू बातों पर है। मुख्यमंत्री तीरथ अपने बेतुके उपदेश देने का काम कर रहे हैं।
वहीं उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में समय से पहले ही चुनाव कराने की कोशिश कर रही है। कहा कि तीरथ सिंह रावत के राज में दलबदलुओं की मौज हो रही है। सोमवार को हरीश रावत कोटद्वार दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने भाजपा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को निशाने पर लिया।
कोटद्वार मेडिकल कॉलेज पर हरीश रावत ने कहा कि मेडिकल कॉलेज को लेकर सरकार जनता को गुमराह कर रही है। राज्य सरकार कोटद्वार का अपमान कर रही है। सरकार कोटद्वार के हितों को हल्के में ले रही है। चार साल में कोटद्वार के साथ उपहास किया गया है। कण्वाश्रम को विकसित करने का काम अधूरा है। लालढांग-चिल्लरखाल मार्ग का निर्माण अधर में पड़ा है।
इससे पहले रविवार को रुड़की में भी हरीश रावत ने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर बोला हमला। उन्होंने कहा कि महिलाओं की पेंशन खत्म करने पर त्रिवेंद्र सिंह रावत की कुर्सी गई। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई तो महिलाओं की दोबारा पेंशन शुरू की जाएगी।
कांग्रेस की ओर से रविवार को ढंडेरा में जल जंगल जमीन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय का कार्यकर्ताओं ने फूल माला और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। इस अवसर पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार के आते ही एक साल में किशोर उपाध्याय का वनाधिकार एजेंडा लागू कर दिया जाएगा।
वनाधिकार आंदोलन के प्रणेता किशोर उपाध्याय जल, जंगल, जमीन और जन मुद्दों पर जो अभियान लेकर चल रहे हैं, वह इसका समर्थन करते हैं। कांग्रेस की सरकार आने पर बिजली व पानी की कुछ मात्रा निशुल्क दी जाएगी। कहा कि कांग्रेस ने महिलाओं के लिए जो पेंशन योजनाएं चलाई थीं, उन्हें त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बंद कर दिया। इसके चलते ही उन्हें सीएम के पद से हाथ धोना पड़ा।