इन दिनों बाजार में गेहूं की कमी होने से आटा, मैदा और सूजी के दाम चढ़ गए हैं। थोक में इनकी कीमतों में भले एक रुपये प्रति किग्रा. की वृद्धि हुई है, लेकिन फुटकर में दो-तीन रुपये की बढ़ोत्तरी हो गई है।
एक पखवारे में बढ गया लगभग दो रुपये तक दाम
करीब पखवारा भर पहले थोक रेट में आटा 22 से 22.50 रुपये और फुटकर में 25 से 26 रुपये प्रति किग्रा. था। लेकिन अब थोक भाव एक रुपये प्रति किग्रा. बढ़कर 23 से 23.50 रुपये हो गया। जबकि फुटकर रेट 27 से 28 रुपये हो गया। मैदा का दाम 24-24.50 से बढ़कर 25-25.50 और सूजी की कीमत 25 से बढ़कर 26 रुपये प्रति किग्रा. हो गया। सूजी का फुटकर रेट 28 से बढ़कर 30 रुपये हो गया। गेहूं की कमी के कारण यह समस्या खड़ी हुई है। इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश केसरवानी का कहना है कि बाजार में गेहंू की कमी के कारण आटा, मैदा और सूजी का रेट बढ़ा है। अभी दाम और बढऩे के आसार हैं।
सोयाबीन और पामोलीन की कीमत 50 रुपये टीन फिर बढ़ी
दो दिनों में सोयाबीन और पामोलीन की कीमत 50 रुपये प्रति टीन बढ़ गई। पामोलीन (15 लीटर का टीन) 14 सौ रुपये से बढ़कर 1450 और सोयाबीन (15 लीटर का टीन) 1550 से बढ़कर 16 सौ रुपये हो गया। थोक कारोबारी शिव कुमार वैश्य बताते हैं कि पहले मलेशिया से पामोलीन आता था, लेकिन एक्साइज ड्यूटी बढऩे से कीमतें बढ़ रही हैं। अगर सरकार 10 फीसद तक एक्साइज ड्यूटी कम कर दे तो रेट नियंत्रित हो जाएगा। नेपाल और बांग्लादेश से आने वाले पामोलीन की गुणवत्ता ठीक नहीं है।