दौड़भाग और प्रदूषण के दौर में आदतें व तनाव हमारा लुक बिगाड़ रहे हैं। लेकिन यदि थोड़ी सावधानी बरती जाए तो इन कमियों से बचा जा सकता है।
बार-बार चेहरे को न छुएं –
दिनभर में हाथ कई बार बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं। जब हम चेहरे को हाथों से छूते हैं तो बैक्टीरिया व गंदगी त्वचा को खराब करती है। ऐसा करने से बचें और हाथों को समय-समय पर धोते रहें। फेशियल स्क्रब या तौलिए से रगड़कर हम सोचते हैं कि त्वचा साफ हो गई। जबकि सच यह है कि ऐसा करके हम त्वचा को नुकसान पहुचाते हैं। सप्ताह में एक बार डेड सेल्स की परत हटाने से ही चेहरा साफ हो जाता है।
मुंहासे-फुंसीं न छुएं –
मुंहासे, फुंसी व दानों को जाने-अनजाने में बार-बार छूने से ये फैलते हैं और त्वचा पर काले दाग हो जाते हैं।
व्यायाम के बाद नहाना –
जब हम घर के बाहर बगीचे या मैदान में कसरत करते हैं तो पसीने में बाहरी प्रदूषण शरीर से चिपक जाते हैं। इसलिए कसरत करने के आधे से पौन घंटे बाद स्नान अवश्य करें।
सोएं गहरी नींद –
पर्याप्त व गहरी नींद लेंगे तो तन व मन तनाव से बचेंगे। अर्ली टू बेड एंड अर्ली टू राइज मंत्र त्वचा को भी क्षतिग्रस्त होने से बचाता है व बढ़ती उम्र का एहसास त्वचा पर नहीं होने देता।
हेयरकट में सावधानी –
यदि हेयरकट से बाल आपके माथे या गाल पर रहते हैं तो सावधान हो जाएं। ये आपकी त्वचा के छिद्रों को ढंक रहे हैं।
छोड़ दें कश लगाना –
स्मोकिंग से कैंसर का खतरा बढ़ता है। इतना ही नहीं यह आदत त्वचा के लिए भी खतरनाक है। स्मोकिंग करने से त्वचा को कम ऑक्सीजन मिलती है और यह सूखने लगती है। होंठ काले पड़ जाते हैं। इसलिए स्मोकिंग से तौबा करें।
बार-बार न बदलें उत्पाद –
रातोंरात चमत्कार की उम्मीद में अक्सर लोग स्किन केयर उत्पाद बार-बार बदलते रहते हैं। हर उत्पाद में नया कॉम्बिनेशन और नए कैमिकल्स होते हैं। त्वचा उत्पाद बार-बार बदलने से अपेक्षित लाभ तो नहीं मिलता लेकिन त्वचा पर दाग, धब्बे व मुंहासे जरूर हो जाते हैं।