21 वी शताब्दी में जहां महिलाए पुरषो के साथ कदम से कदम मिला कर देश चला रही है, हर छेत्र में जहां महिलाओ ने अपने हुनर को साबित कर दिखाया है ऑटो रिक्शे लेकर एरोप्लेन तक उड़ाने में महिलाए अव्वल है अब भी ऐसे में देश के कुछ हिस्सों में शिक्षा ना होनेकी वजह से कई महिलाओ को नर्क से बदत्तर जिंदगी जीनी पड़ रही है जी हां आज हम आपको एक ऐसे अंधविश्वास के बारे में बताने जा रहे है जिसको सोचकर आपका भी खून तो खौल उठेगा लेकिन हम कर भी कुछ नहीं सकते है क्युकी धर्म के ठेकेदारों ने पूरा पूरा धर्म खरीद कर अपने पास रख लिया वो जो चाहते है वैसा ही करते है, कुछ तो ऐसे बी है जो महिलाओ को आगे बढ़ने से रोकने के लिए उनसे इस प्रकार के गलत और नीचे स्तर के काम कराते है….
औरतो को समझते है अभला
हम ऐसे देश में है जहाँ यह मानना है कि लड़का हो या लड़की सब एक बराबर होते हैं. सभी को एक समान अधिकार मिलना चाहिए. लड़कियों के हित के लिए तो संविधान ने भी कानून बनाये हैं कि कोई भी शख्स महिलाओं के साथ अत्याचार नहीं कर सकता. महिला अपने जीवन जो करना चाहे वो कर सकती है और पुरुष को कोई अधिकार नहीं कि वो उसके साथ जोर जबरदस्ती करे. आज के समय में लड़कियां कहाँ से कहाँ पहुच गयीं कि चाँद तक पहुँचने का सपना हमारे देश की महिलाओं ने पूरा किया है, मगर वहीँ कुछ जगहें ऐसी भी हैं जहाँ की महिलाएं आज भी पुरषो के प्रयोग की चीज बन कर जीवन यापन कर रही है|
जूतों से मारते है , फिर पीलाते है पानी
यह अंधविश्वास है राजस्थान का जहां यह प्रचलन है की महिलाए मंदिर जाएंगी जहां देवी का मंदिर है और अपने पति के पैरो में पहने हुए जूते को उतरवाकर उस से पानी पीयेंगी, वो जूते जिसे पुरुष पहले से ही अपने पैरो से चलकर दुनिया भर की सैर करते है उनसे उन महिलाओ को पानी पीना है , इस अंधविश्वास की जड़ यही खत्म नहीं होती बल्कि यह महिलाए इस से भी बुरे दौर से गुजरती है जिसको सुनकर आपके मन में दया कम गुस्सा ज्यादा आएगी|
मुँह में जूता पकड़कर गांव में है घुमाते
राजस्थान में माता का एक मंदिर है जहां भूत उतारने का प्रचलन है कहते है यहां महिलाओ के ऊपर से भूत उतारे जाते है ना जाने कैसे इस अंधविश्वास पर विश्वास करे लेकिन यहां महिलाओ को पति के जूते से पानी पीना होता है इतना ही नहीं उसके बाद पूजा पाठ कराने वाले तांत्रिक इन जूतों से महिलाओ को मारते भी है साथ ही उन्हें जूतों को मुँह में पकड़कर पूरे गांव का चक्कर लगाना होता है , इतनी शर्मनाक हरकत के बाद भी आज तक यहां पर प्रशासन नहीं जागा है|