नई दिल्ली, लंदन के केनिंग्टन ओवल में चौथे टेस्ट में भारत के खिलाफ इंग्लैंड की 151 रन की हार के बाद पूर्व कप्तान माइकल वान अपने देश की टीम पर भड़के हैं। इतना ही नहीं, माइकल वान ने इंग्लैंड की मौजूदा टीम के भीतर की खामियों को भी उजागर किया है। माइकल वान ने कहा है कि हम सालों तक अपनी परिस्थितियों में भारत और आस्ट्रेलिया को हराते रहे हैं, लेकिन अब हम खुद संघर्ष कर रहे हैं।
डेली टेलीग्राफ के लिए लिख कालम में क्रिकेटर से कमेंटेटर बने माइकल वान ने कहा कि इंग्लैंड को और अधिक चरित्र दिखाने की जरूरत है और इस दबाव में होने पर उन्हें इससे उबरने की जरूरत है। उनका कहना है, “सालों तक हमने आस्ट्रेलिया और भारत को अपनी परिस्थितियों में हराया है, लेकिन अब हम संघर्ष कर रहे हैं। इंग्लैंड को इस बात पर काम करना होगा कि दबाव होने पर और अधिक कठोर कैसे बनें।”
रूट एंड कंपनी यानी इंग्लैंड की टीम लार्ड्स में 157 रनों से हार गई, लेकिन तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने भारत को पारी और रनों के अंतर से हराया था। यहां तक कि चौथे टेस्ट मैच में भारत को 200 से पहले ढेर कर दिया था, लेकिन दूसरी पारी में भारत ने 450 से ज्यादा का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 210 रन पर ढेर हो गई। ऐसे में वान ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी इकाई की भी आलोचना की है।
उन्होंने कहा है, “सपाट परिस्थितियों में चीजों को करने के लिए उनमें गति और भिन्नता की कमी दिखी। यह टेस्ट टीम उनकी मदद करने वाली पिच पर निर्भर है। इंग्लैंड सपाट होने पर पर्याप्त रन नहीं बनाता है और एकाग्रता में चूक के माध्यम से खराब स्ट्रोक खेलता है।” उन्होंने जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी की सराहना की और कहा, “भारत को श्रेय जाना चाहिए, उन्होंने रिवर्स स्विंग प्राप्त की। मुझे लगा कि बुमराह का स्पेल ही खेल का असली टर्निंग प्वाइंट है। अपनी ओर से, हमें अन्य क्षेत्रों को देखना होगा, जहां हमने मौके गंवाए। हो सकता है कि हमें पहली पारी की बढ़त के साथ अधिक फायदा उठाना चाहिए था और जो मौके दिए गए थे, उन्हें लेना चाहिए था।”