आर्कटिक पर रूस ने मिसाइल लॉन्चर और हवाई रक्षा प्रणालियां तैनात की है ताकि वह संसाधनों से संपन्न इस ध्रुवीय क्षेत्र पर अपनी ताकत का प्रदर्शन कर सके. सेवेर्नी क्लीवर नाम के इस सैन्य अड्डे को सफेद, नीले और लाल रंगों से रंगा गया है जो रूस के राष्ट्रीय ध्वज के रंग हैं.
अड्डे को इस तरीके से बनाया गया है कि सैनिक सड़कों पर घूमे बिना उसके सभी केंद्रों तक पहुंच सके क्योंकि यहां सर्दियों में तापमान कभी-कभी शून्य से नीचे 50 डिग्री सेल्सियस भी चला जाता है.
इस सैन्य अड्डे में 250 सैनिक वायु और समुद्री निगरानी सुविधाओं और जहाज रोधी मिसाइलों का रखरखाव करने के लिए स्थायी रूप से तैनात रहते हैं.
सैन्य अड्डे के कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल व्लादिमीर पाश्चेनिक ने कहा, ‘‘हमारा काम वायु और उत्तरी समुद्री मार्ग की निगरानी करना है. हमारे पास सभी सुविधाएं मौजूद हैं और हम आराम से रह रहे हैं.’’ रूस अकेला देश नहीं है जो आर्कटिक के हिस्सों पर अपना अधिकार जताने की कोशिश कर रहा है.
इस क्षेत्र में पिघल रही बर्फ ने संसाधनों की तलाश करने और नए समुद्री मार्ग बनाने के अवसरों का रास्ता खोल दिया है.