जब एक महिला और पुरुष यौन संबंध (sexual intercourse) बनाते हैं तब महिला के अंडाशय में पुरुष के शुक्राणुऔर महिला के अंडे मिलकर निषेचित होकर गर्भ में भ्रूण का निर्माण करते हैं, इस स्थिति को प्रेगनेंसी या गर्भावस्था कहा जाता है। प्रेगनेंसी को जेस्टेशन (gestation) भी कहते हैं। आमतौर पर लड़िकयों का मासिक धर्म 11 से 14 वर्ष की आयु में शुरू होता है और उनके शरीर में कई तरह के हार्मोन्स स्रावित (release) होना शुरू हो जाते हैं, उसके बाद ही लड़कियों का गर्भाशय बच्चे को जन्म देने के लिए परिपक्व होता है। एक बार मासिक धर्म शुरू हो जाने के बाद अपने पार्टनर के साथ यौन संबंध बनाकर कोई भी लड़की या महिला आसानी से प्रेगनेंट हो सकती है।
किसी भी महिला का प्रेगनेंट होना वास्तव में एक जटिल प्रक्रिया है और यह कई चरणों में पूरी होती है। ज्यादातर बार महिला को पता ही नहीं चल पाता है कि वह वास्तव में किस दिन प्रेगनेंट हुई। लेकिन डॉक्टर आमतौर पर अंतिम मासिक धर्म के पहले दिन से गर्भावस्था के शुरूआत की गणना करते हैं।
आमतौर पर यह हम सभी को मालूम है कि किसी पुरुष के साथ यौन संबंध बनाने के बाद ही कोई महिला गर्भवती होती है। यौन संबंध बनाने के बाद स्खलित (ejaculation) होने पर पुरुष के लिंग से महिला की योनि में एक तरल पदार्थ (fluids) गिरता है जिसे सीमेन (semen) कहते हैं। सीमेन में पुरुष के शुक्राणु भी होते हैं जो योनि में गिरने के बाद महिला के अंडे से निषेचन करके भ्रूण (embryo) का निर्माण करते हैं।