जल्द ही चैत्र मास शुरू होने वाला है इस मास में कई पवित्र त्यौहार और व्रत रखे जाएंगे। इनमें से चैत्र नवरात्रि और राम नवमी पर्व को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। आइए जानते हैं क्या है इन राम नवमी और चैत्र नवरात्रि पर्व का संबंध।
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हिंदू धर्म में चैत्र मास को अत्यंत पवित्र माना जाता है। बता दें कि इस वर्ष चैत्र मास का शुभारंभ 8 मार्च 2023, बुधवार के दिन से हो रहा है, जिसका समापन 6 अप्रैल 2023 शुक्रवार को होगा। इस मास में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्यौहार मनाए जाएंगे, जिस में चैत्र नवरात्रि और राम नवमी का विशेष महत्व है।
शारदीय नवरात्रि के दशमी तिथि के दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध किया था। वहीं चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान श्री राम अवतरित हुए थे। इसलिए इस विशेष दिन को राम नवमी के रूप में जाना जाता है। इस विशेष दिन पर भगवान श्री राम की पूजा अर्चना की जाती है और सुख-शांति के लिए व्रत व हवन किया जाता है। आइए जानते हैं क्या है चैत्र नवरात्रि और राम नवमी का खास संबंध?
राम नवमी और चैत नवरात्रि का संबंध
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन भगवान श्रीराम धरती पर अवतरित हुए थे। शास्त्रों के अनुसार श्री राम भगवान विष्णु के सातवें अवतार हैं और यही कारण है की देशभर में राम नवमी पर्व को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। वहीं इस दिन चैत्र नवरात्रि व्रत का अंतिम दिन होता है। जिस कारण से इस दिन का महत्व और अधिक बढ़ता जाता है।
राम नवमी तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि का आरंभ 29 मार्च 2023 रात्रि 09 बजकर 07 मिनट पर होगा और इस तिथि का समापन 30 मार्च 2023 रात्रि 11 बजकर 30 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार राम नवमी पर्व 30 मार्च 2023, शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा।
राम नवमी पूजा महत्व
राम नवमी के दिन देशभर में भगवान श्रीराम का अवतरण दिवस धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस विशेष दिन पर देवालयों में विशेष पूजा अर्चना की जाती है और विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राम नवमी पर श्री राम और मां दुर्गा की उपासना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है और जीवन में आ रहे कष्ट दूर हो जाते हैं। राम नवमी पर की गई पूजा पाठ से भक्तों को धन-धान्य और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है