दो अमेरिकी सांसदों ने कांग्रेस में विवादित प्रस्ताव पेश किया है। सांसदों ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि यदि 2024 के बाद व्लादिमीर पुतिन रूस के राष्ट्रपति बनते हैं तो अमेरिका रूस की मान्यता खत्म कर देगा। बता दें कि राष्ट्रपति के रूप में पुतिन का कार्यकाल 2024 में समाप्त होने वाला है और वह अपने राष्ट्रपति पद के दौरान किए गए संवैधानिक संशोधनों के तहत दो और कार्यकाल तक रूसी सरकार के प्रमुख बने रह सकते हैं।

क्रेमलिन ने शुक्रवार को अमेरिकी सांसदों द्वारा लाए गए प्रस्ताव को बेतुका बताया और इसे रूसी मामलों में अमेरिकी हस्तक्षेप के रूप में वर्णित किया। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा संयुक्त राज्य अमेरिका आधिकारिक तौर पर अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता है। पेसकोव ने कहा कि यह रूसियों पर निर्भर है कि वे अपना राष्ट्रपति किसे चुनते है।
वहीं, रूस के ऊपरी सदन की अंतरराष्ट्रीय मामलों की समिति के उप प्रमुख व्लादिमीर दझाबरोव ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि यदि अमेरिकी कांग्रेस में यह प्रस्ताव पारित होता है तो उस स्थिति में अमेरिका और रूस के संबंध खत्म हो जाएंगे।
अप्रैल में पुतिन ने एक कानून पर हस्ताक्षर किए हैं जिसमें कहा गया है रूसी सरकार के प्रमुख के पास पद हासिल करने के दो और अवसर होंगे। पिछली गर्मियों में कराए गए जनमत संग्रह में भाग लेने वालों में से 77 फीसद से ज्यादा लोगों ने संविधान संशोधन के पक्ष में मतदान किया था। संशोधन रूसी संघ के राष्ट्रपति को छह-छह साल के लगातार दो कार्यकाल की मंजूरी देता है।
विज्ञप्ति के अनुसार, प्रस्ताव में दावा किया गया है कि रूस के चुनावों में अनियमितताओं ने पुतिन को सत्ता में बनाए रखा है और 2024 के बाद भी उनका पद पर बने रहना नाजायज होगा। 2024 में अपने वर्तमान कार्यकाल के समाप्त होने के बाद पुतिन के लिए फिर से राष्ट्रपति बनने का मार्ग प्रशस्त होता है।
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