विदेश संबंधों पर अमेरिका की सीनेट समिति ने शुक्रवार को भारत को एमक्यू-9 ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दे दी। समिति ने कहा कि अमेरिका और भारत की साझेदारी इंडो पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता को लेकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
बता दें कि यह मंजूरी अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा भारत को 31 सशस्त्र ड्रोन, मिसाइल और अन्य उपकरणों की बिक्री को मंजूरी मिलने के एक दिन बाद आई है। ये सौदा करीब चार अरब अमेरिकी डॉलर में संपन्न हुई है।
इससे पहले बाइडन प्रशासन ने गुरुवार को अमेरिकी कांग्रेस को भारत को 31 एमक्यू-9बी ड्रोन बेचने के बारे में जानकारी दी थी। इस सौदे की घोषणा जून 2023 में भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान की गई थी।
अब इसके अगले चरण में सौदा शुरू करने के लिए अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता है। कांग्रेस से मंजूरी मिलने के 30 दिनों के बाद एक अनुमोदन पत्र (एलओए) भारत को भेजा जाएगा, जिसमें औपचारिक रूप से मूल्य को लेकर वार्ता शामिल है।
विदेश संबंधों पर अमेरिका की सीनेट समिति के अध्यक्ष बेन कार्डिन (डी-एमडी) ने भारत को एमक्यू-9 ड्रोन की बिक्री की मंजूरी को लेकर बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि बाइडन प्रशासन से चर्चा के बाद इस बिक्री को मेरी मंजूरी दी जाती है।
अमेरिकी सीनेटर ने कहा कि अमेरिका-भारत साझेदारी इंडो-पैसिफिक स्थिरता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसमें क्वाड जैसे क्षेत्रीय तंत्र भी शामिल हैं। मैं भारत के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने का समर्थन करता हूं।