उत्तर प्रदेश में पहले चरण की वोटिंग से पहले बीजेपी ने जाट समुदाय को साधने के लिए की कोशिश में जुट गयी है. बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम यूपी के 253 जाट नेताओं से मुलाकात करेंगे, यह मीटिंग पार्टी के ही एक दिग्गज जाट नेता और सांसद प्रवेश वर्मा के घर पर बुलाई गई है. इस बैठक में पश्चिमी यूपी के 14 ज़िलों के जाट समुदाय के प्रमुख गणमान्य नेता शामिल होगें. अमित शाह इन सभी से जाटों की समस्याओं और नाराज़गी पर विस्तार से बात करेंगे और बीजेपी के पक्ष में मतदान कराने की अपील करेंगे.
समाजवादी पार्टी और उसके गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोकदल इस बार जाट-मुस्लिम गठजोड़ बनाकर पश्चिम यूपी में बीजेपी को पटखनी देने की कोशिश में है इसलिए जाट समुदाय के नेताओं के साथ गृह मंत्री अमित शाह की यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण हो गयी है.
कृषि कानूनों के कारण पश्चिमी यूपी जाट समुदाय के बड़े तबके में बीजेपी से नाराजगी है
दरअसल, पश्चिमी यूपी में बेहद प्रभावी जाट समुदाय के अधिकतर लोग खेती किसानी से जुड़े हैं, कृषि कानूनों का पश्चिमी यूपी में काफी विरोध हुआ था, माना जा रहा है कि जाट समुदाय का बड़ा तबका कृषि क़ानूनों की वापसी के बाद भी बीजेपी से नाराज़ है. ऐसे में पार्टी को 2014 और 2017 की तरह समुदाय का वोट पाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है.
2017 के विधानसभा चुनाव में भी अमित शाह ने जाट नेता बीरेंद्र सिंह के घर पर जाट समुदाय के नेताओं से मुलाकात की थी और जाट लैंड में भगवा का परचम लहराया था. सूत्रों के मुताबिक़ ये बैठक गणतंत्र दिवस परेड के बाद दोपहर दो बजे में जाट सांसद प्रवेश वर्मा के घर पर होगी, जिन नेताओं को बुलाया गया है उनमें से अधिकतर से अमित शाह ने 2017 में भी मुलाकात की थी.
पश्चिमी यूपी में 10 फरवरी को होना है मतदान
उत्तर प्रदेश चुनाव का आग़ाज़ पश्चिमी यूपी से होने जा रहा है, यहां पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान होना है. बीजेपी के सामने साल 2017 के नतीजे दोहराने की चुनौती है तो समाजवादी पार्टी-आरएलडी के साथ गठबंधन कर बीजेपी का खेल बिगाड़ने में जुटी हुई है.