हाल ही में भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यानी निरहुआ बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद बीजेपी में शामिल हो गए थे. निरहुआ के आते ही कयासों का सिलसिला तेज हो गया है. माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार निरहुआ और रवि किशन को चुनाव लड़वा सकती है. भोजपुरी स्टार और बीजेपी नेता रवि किशन ने ऐलान किया था कि निरहुआ लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. खुद निरहुआ ने भी कहा कि पार्टी जहां से लड़ाएगी, वे तैयार हैं. उन्होंने कहा है कि उनकी सीट के बारे में एक-दो दिन में घोषणा हो जाएगी. बीजेपी दिनेश लाल यादव को अखिलेश यादव के खिलाफ आजमगढ़ से चुनाव लड़वा सकती है तो वहीं दूसरी तरफ रवि किशन जौनपुर या फिर गोरखपुर से चुनाव लड़ सकते हैं.
दिल्ली में पूर्वांचली वोटर्स करीब 45 लाख हैं जो दिल्ली की सातों सीटों पर अहम किरदार निभा सकते हैं. बीजेपी ने इन पूर्वांचली वोटर्स को देखते हुए भोजपुरी सितारों से प्रचार कराने का फैसला लिया है. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी खुद भोजपुरी सुपरस्टार रह चुके हैं जिसको देखते हुए बीजेपी ने उन्हें दिल्ली का अध्यक्ष बनाया.
आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए न सिर्फ अपने कैंडिडेट का ऐलान कर दिया बल्कि प्रचार की कमान खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संभाल ली है. दिल्ली में मतदाताओं को रिझाने के लिए हर रोज केजरीवाल एक के बाद एक जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ पूर्वांचली वोटर्स को अपनी तरफ खींचने के लिए दिल्ली में बीजेपी भोजपुरी सितारों का तड़का लगाएगी. जिसमें भोजपुरी एक्टर आम्रपाली दुबे, अक्षरा सिंह, शुभी शर्मा और श्वेता तिवारी दिल्ली बीजेपी के लिए प्रचार करेंगी. 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए दिल्ली में बीजेपी भोजपुरी इंडस्ट्री के सितारों की लोकप्रियता को खूब भुनाने की कोशिश करेगी.
बता दें कि मनोज तिवारी, रवि किशन और दिनेश लाल यादव को भोजपुरी फिल्मों का बड़ा सितारा माना जाता है और उनका बीजेपी में होना न सिर्फ दिल्ली के पुर्वांचली के मतदाताओं को बल्कि बिहार में भी पार्टी को फायदा पहुंचा सकती है.