International Congestive Heart Failure स्टडी 2017 के मुताबिक दुनिया में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में इंडिया पहले नंबर पर। इंडिया में 23% डेथ हार्ट अटैक के कारण होती है। डॉक्टर्स के अनुसार इन मौत की वजह एक बार हार्ट अटैक आने के बाद लोगों का सही समय पर सही ट्रीटमेंट नहीं लेना है।
जब हमनें इस बारे में मुंबई के जसलोक हॉस्पिटल के कंसल्टेंट कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. राहुल छाबरियासे बात की तो उन्होंने बताया कि हार्ट अटैक के कारण कई मौतें समय पर सही ट्रीटमेंट नहीं मिलने के कारण भी हो जाती हैं। अगर किसी को चेस्ट पेन फील हो रहा है और वो कुछ चीजों को कर लें तो मेडिकल सुविधा मिलने तक सर्वाइव कर सकता है। इन्हें फर्स्ट एड टिप्स भी कह सकते हैं। जिनको हार्ट पेशेंट या उसकी फेमिली मेंबर को ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं उन टिप्स के बारे में।
# जोर- जोर से खांसें
अगर किसी को तेजी से चेस्ट या हार्ट पेन जैसा फील हो रहा है या चक्कर आ रहे हों तो उसे जोर-जोर से खांसना चाहिए। इससे आर्टीज रिलेक्स होती हैं। ऐसा तब ही करना है तो जब बेहोश होने जैसा फील हो रहा हो।
# कार्डियक मसाज लें
इसमें दोनों हाथों से हार्ट की पपिंग की जाती है। अक्सर हम इसको फिल्मों में देखते हैँ। डॉक्टर बताते हैं कि वैसे तो ये ट्रेन्ड प्रशिक्षक से करवानी चाहिए लेकिन इमरजेंसी के दौरान वीडियो देखकर कोई भी इसे कर सकता है। इससे टेम्प्रेरी रिलीफ मिलता है।
# डिस्प्रिन या Sorbitrate टेबलेट लें
जिन पेशेंट को हार्ट डिसीज होती है उनके पास कुछ रिकमंडेड टेबलेट रहती है। जिनको पहली बार हार्ट अटैक आए वे डिस्प्रीन या फिर sorbitrate टेबलेट को टंग के नीचे रख लें। ये मेडिकल सुविधा तक पहुंचने के लिए टेम्प्रेरी सॉल्यूशन है।
# शांत रहें और हड़बडाएं नहीं
जसलोक हॉस्पिटल के डॉ. छाबरिया के मुताबिक, अगर चेस्ट पेन जैसा फील हो रहा है तो घबराएं नहीं। शांत रहकर मेडिकल फेसेलिटी के लिए ट्राई करें।
– रिपोर्ट्स के मुताबिक हार्ट अटैक के केसेज में पेशेंट पेन से नहीं इररेगुलर हार्टबीट के कारण मरते हैं जो कि स्ट्रेस और घबराने की वजह से होती है।
# चेस्ट पेन को इग्नोर न करते हुए काम को रोक दें
– अगर कार चलाते, गार्डन में वाॅक करते या कोई भी काम करते हुए चेस्ट पेन फील हो रहा है तो उसे इग्नोर न करें। जो काम कर रहे हैं उसे वहीं रोक कर डॉक्टर के पास पहुंचने की कोशिश करें। किसी दोस्त या रिश्तेदार को भी बुला सकते हैं।