YouTube ने हाल ही में अपने प्लेटफॉर्म पर एड ब्लॉकर को ब्लॉक करने का फैसला लिया है, लेकिन उसका यह फैसला उसी पर भारी पड़ गया है। YouTube पर क्रिमिनल चार्जेज लगे हैं और यूरोप में यूजर्स की जासूसी को लेकर मुकदमा हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक YouTube ने एड ब्लॉकर को ब्लॉक करने की आड़ में यूजर्स की जासूसी की है। एक प्राइवेसी कंसल्टेंट अलेक्जेंडर हनफ ने एडब्लॉकर को ब्लॉक करने वाले गूगल के नए सिस्टम को ‘स्पाइवेयर’ बताया है और आयरिश डेटा संरक्षण आयोग में एक शिकायत करने की प्लानिंग की है।
अलेक्जेंडर हनफ आयरलैंड के कंप्यूटर दुरुपयोग कानून के तहत YouTube के खिलाफ शिकायत दर्ज करने जा रहे हैं। आयरलैंड की राष्ट्रीय पुलिस ने कथित तौर पर हनफ की शिकायत स्वीकार कर ली है और अधिक जानकारी मांगी है। हनफ के अनुसार YouTube की ब्राउजर ट्रैकिंग सिस्टम स्क्रिप्ट एड ब्लॉकर की पहचान करने के साथ-साथ यूजर्स की जासूसी कर रहा है।
बता दें कि पिछले हफ्ते ही YouTube ने एड ब्लॉकर का इस्तेमाल कर रहे कई यूजर्स को इसके लिए अलर्ट भी भेजा है। अलर्ट में YouTube ने कहा है कि तीन वीडियो देखने के बाद आपका वीडियो प्लेयर ब्लॉक हो जाएगा। ऐसा लग रहा है कि आप ad blocker का इस्तेमाल कर रहे हैं।
अब आपके पास दो ही ऑप्शन हैं कि या तो आप YouTube का प्रीमियम सब्सक्रिप्शन लें या फिर वीडियो के साथ एड भी देखें। सीधे शब्दों में कहें तो YouTube ने एडब्लॉकर को अपने प्लेटफॉर्म पर बंद कर दिया है यानी अब आप एडब्लॉकर यूज करते हुए YouTube पर एड फ्री वीडियो नहीं देख सकते। अब आपके पास दो ही ऑप्शन हैं कि या तो आप YouTube का प्रीमियम सब्सक्रिप्शन लें या फिर वीडियो के साथ एड भी देखें।