अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। 30 अक्तूबर को होने वाले दीपोत्सव पर पूरी नगरी में 28 लाख दीपक जलाए जाने हैं।
दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए स्वयंसेवकों ने पहला कदम शनिवार को उस समय बढ़ाया जब स्वयंसेवकों की टीम जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए राम की पैड़ी के घाटों पर पहुंची। स्वयंसेवकों ने राम की पैड़ी के सभी 55 घाटों पर पहले दिन छह लाख दीप बिछा दिए हैं। सभी घाटों पर 28 लाख दीये बिछाने का काम 28 अक्तूबर की शाम तक पूरा कर लिया जाएगा।
स्वयंसेवकों की टीम सुबह 11 पहुंचे राम की पैड़ी पर पहुंची। अभिजीत मुहूर्त में जय श्रीराम का जयकारा लगाते हुए दीप बिछाने की प्रक्रिया शुरू हुई। कुलपति प्रो़ प्रतिभा गोयल के दिशा-निर्देशन में दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए दीपोत्सव यातायात समिति केे संयोजक प्रो़ अनूप कुमार की निगरानी में चार बसें जय श्रीराम उद्घोष के साथ दीपोत्सव स्थल के लिए रवाना हुईं। दीप बिछाते समय वालंटियर का उत्साह देखते ही बन रहा है। स्वयंसेवक जय श्रीराम के नाम जपते हुए दीप बिछाने में जुटे रहा। उनका कहना था कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद का पहला दीपोत्सव भव्य बनाएंगे।
दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो़ संत शरण मिश्र ने बताया कि दीपोत्सव की भव्यता के लिए 55 घाटों पर दीयों के खेप की सप्लाई पूरी हो गई है। शनिवार से घाटों पर दीये बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। दीये बिछाने का काम 28 अक्तूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। 29 अक्तूबर को गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड की टीम दीयों की गिनती करेगी। दीपोत्सव के दिन 30 अक्तूबर को दीयों में तेल डालने, बाती लगाने व प्रज्ज्वलित करने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दीपोत्सव में विवि परिसर, 14 महाविद्यालय, 37 इंटर कालेज व 40 स्वयंसेवी संस्थाओं को लगाया गया है।
बिना आईकार्ड नहीं मिलेगा प्रवेश
प्रो़ संत शरण ने बताया कि सभी वालंटियर को आईकार्ड उपलब्ध करा दिया गया है। इसके साथ ही इन्हें टी-शर्ट व कैप वितरित कर दिया गया है। आईकार्ड व टी-शर्ट व कैप के बिना घाटों पर प्रवेश वर्जित रहेगा। मीडिया प्रभारी डाॅ़ विजयेंदु चतुर्वेदी ने बताया कि रविवार से दीये बिछाने के कार्य में तेजी आएगी। दीयों की सुरक्षा के लिए प्राइवेट सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं। पुलिस प्रशासन भी सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रहा है।